मेरठ। यूपी बोर्ड परीक्षा में नकल पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए केंद्रों के परीक्षा कक्ष में शिक्षकों और कार्मिकों की ड्यूटी अब ऑनलाइन लगाई जाएगी। इसमें जुगाड़ करके चयनित विद्यालय में शिक्षक कक्ष निरीक्षक नहीं बन सकेंगे। इस समय स्कूलों से शिक्षकों का ब्यौरा मांगा जा रहा है। यह वेबसाइट पर डालकर तैयार किया जाएगा।
जिले में हाईस्कूल के लिए 41830 और इंटरमीडिएट के लिए 40065 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं। परीक्षा का आयोजन 22 फरवरी को होने जा रहा है। बोर्ड परीक्षा में कक्ष निरीक्षकों व कार्मिकों की ड्यूटी आनलाइन लगाने की तैयारी की गई है। जिन शिक्षकों की ड्यूटी लगाई
राजकीय, अशासकीय सहायता प्राप्त और वित्तविहीन कॉलेजों के शिक्षक होंगे शामिल
जाएगी, उनमें पहले राजकीय फिर अशासकीय सहायता प्राप्त और सबसे अंत में वित्तविहीन कॉलेजों के शिक्षक शामिल होंगे। इसके बाद प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षकों को मौका मिलेगा। जिलों में तैनात शिक्षकों का ब्योरा मंगवाया गया है। इसके बाद ड्यूटी रोस्टर तैयार होगा। शिक्षक जिस विद्यालय में तैनात हैं, वहां से पांच किलोमीटर के दायरे में परीक्षा केंद्रों पर कक्ष निरीक्षक बनाया जाएगा। बोर्ड की वेबसाइट पर लिंक देने के साथ ही जिलों को भेजा जाएगा, ताकि शिक्षकों को
सहूलियत रहे। उदाहरण के दौर यदि
राम सहाय इंटर कॉलेज का शिक्षक
केंद्र से एक किलोमीटर की परिधि में फोटोकॉपी और स्कैनिंग प्रतिबंधित
परीक्षा केंद्रों के आसपास 100 मीटर की परिधि में और जरूरत पड़ने पर उसके बाहर भी धारा-144 लागू की जाएगी। परीक्षा केंद्रों से न्यूनतम एक किलोमीटर की परिधि में फोटो कॉपी व स्कैनर का संचालन परीक्षा अवधि में प्रतिबंधित रहेगा। परीक्षा कार्य से जुड़े केंद्र व्यवस्थापकों और शिक्षकों के साथ धमकीभरा व्यवहार भी अपराध माना जाएगा।
है तो वह डीएन में ड्यूटी कर सकेगा और जीआईसी का शिक्षक एसडी सदर में। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार का कहना है कि केंद्र निर्धारण का काम किया जा रहा था।