■ टीजीटी के लिए 12 साल लड़ने वाले जितेन्द्र को भी मिली सफलता कोरांव के तीन दर्जन से अधिक अभ्यर्थी बने संस्कृत शिक्षक
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में सालों शिक्षक भर्ती की लड़ाई लड़ने के बावजूद निराश बड़ी संख्या में बेरोजगार आखिरकार बिहार में शिक्षक चयनित हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या में सहायता प्राप्त जूनियर हाईस्कूलों में 1894 पदों पर शिक्षक भर्ती के लिए ढाई साल से लड़ रहे बेरोजगारों का नाम शामिल है। प्रतियोगी छात्रों की मानें तो पिछले पांच सालों में जिन अभ्यर्थियों ने भी लगन से तैयारी की है उनका चयन बिहार की शिक्षक भर्ती में हो गया है।
एडेड माध्यमिक विद्यालयों में टीजीटी बायो 2011 की लड़ाई 12 साल से लड़ रहे टीजीटी-पीजीटी जीव विज्ञान संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष जितेन्द्र यादव का चयन बिहार में प्रवक्ता वनस्पति विज्ञान के पद पर हुआ है। जूनियर एडेड शिक्षक भर्ती आंदोलन की अगुवाई कर रहे सीपी सिंह सिंगरौर प्रवक्ता सामाजिक विज्ञान के पद पर
पिछले दिनों भर्ती की मांग को लेकर प्रदर्शन करने वाले इन बेरोजगारों में से ज्यादातर का चयन बिहार में शिक्षक पद पर हुआ है। (फाइल फोटो)
आरा जिले के दिहिया ब्लॉक में तैनाती मिली है। राहुल सिंह, प्रभाकर सिंह, सतीश कुमार शशिकांत प्रवक्ता संस्कृत के पद पर गया में, आशीष सिंह व मान सिंह प्रवक्ता संस्कृत बांका, आलोक सिंह व अमरजीत सिंह प्रवक्ता राजनीति कैमूर, विजय बहादुर सिंह प्रवक्ता संस्कृत सीतामढ़ी, रितुराज
सिंह प्रवक्ता संस्कृत पटना, विक्रम सिंह व विजय पाल प्रवक्ता संस्कृत बक्सर, अखिलेश ओझा प्रवक्ता संस्कृत खगड़िया, रेवती रमण प्रवक्ता संस्कृत किशनगंज में तैनात हुए। राम अवतार तिवारी, नितिन शर्मा, ज्योति चौबे, संध्या मौर्या का भी प्रवक्ता पद पर चयन हुआ है।