प्रदेश के 2355 राजकीय और 4512 सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर शिक्षकों की कमी के कारण हिन्दी, अंग्रेजी या अन्य विषय पढ़ाने वाले शिक्षक कंप्यूटर विषय की प्रायोगिक परीक्षा ले रहे हैं। यूपी बोर्ड के प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की ओर से ऐसे शिक्षकों की भी ड्यूटी लगा दी गई है जिनके पास इस विषय को पढ़ाने का कोई अनुभव नहीं है। यही नहीं प्रयोगात्मक परीक्षा में किसी जिले के शिक्षक की ड्यूटी उसी जिले में नहीं लगाई जाती, ताकि पारदर्शिता बनी रहे और किसी परीक्षार्थी को अनुचित लाभ मिलने की गुंजाइश न रहे। लेकिन प्रभाकर त्रिपाठी के मामले में ऐसा नहीं है और उनकी शहर के तीन स्कूलों में ड्यूटी लगा दी गई।
क्या कहता है नियम: राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में कंप्यूटर विषय के शिक्षकों की कमी के कारण दूसरे विषय के शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर यह विषय पढ़वाया जाता है। नियम यह है कि जिन शिक्षकों ने कंप्यूटर विषय का प्रशिक्षण लिया है और जिनके पास पढ़ाने का अनुभव है, केवल वही प्रयोगात्मक परीक्षा ले सकते हैं। इन्हीं शिक्षकों को कंप्यूटर विषय की उत्तरपुस्तिकाएं जांचने के लिए दी जाती हैं। लेकिनं प्रयोगात्मक परीक्षा लेने वाले बड़ी संख्या में शिक्षकों के पास पढ़ाने का अनुभव नहीं है और तमाम कॉपी जांचने में रुचि नहीं लेते क्योंकि उसमें पारिश्रमिक बहुत कम मिलता है।
राजकीय मॉडल इंटर कॉलेज कमलानगर बहरिया में प्रभारी प्रधानाचार्य और अंग्रेजी के प्रवक्ता डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी की ड्यूटी एक दर्जन से अधिक स्कूलों के इंटरमीडिएट के 148 छात्र-छात्राओं की कंप्यूटर विषय की प्रायोगिक परीक्षा लेने के लिए लगा दी गई। डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी ने मंगलवार को दो केंद्रों शिवचरणदास कन्हैयालाल इंटर कॉलेज और सेंट एंथोनी गर्ल्स इंटर कॉलेज में छात्र-छात्राओं की कंप्यूटर विषय की प्रयोगात्मक परीक्षा ले भी ली। डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी की ही क्रास्थवेट गर्ल्स कॉलेज में कंप्यूटर विषय की प्रायोगिक परीक्षा के लिए ड्यूटी लगाई गई है जहां वह गुरुवार को परीक्षा लेंगे।
शिक्षकों की प्रायोगिक परीक्षा में ड्यूटी सॉफ्टवेयर से लगाई गई है। शिक्षकों की ओर से ऑनलाइन दी गई सूचना के आधार पर ही ड्यूटी लगती है। इस गड़बड़ी की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। -विभा मिश्रा, अपर सचिव, प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय, यूपी बोर्ड
ईश्वर शरण इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल और हिन्दी के शिक्षक डॉ. दिलीप अवस्थी की ड्यूटी लखनऊ पब्लिक स्कूल में इंटर कंप्यूटर की प्रायोगिक परीक्षा में लगा दी गई। उन्होंने भी 27 जनवरी को प्रयोगात्मक परीक्षा ली है।
मैंने माध्यमिक शिक्षा विभाग की अनुमति से पीजीडीसीए कोर्स किया है और यह विषय पढ़ाने का अनुभव भी है। एक जिले में परीक्षक की ड्यूटी लगाने का नियम यूपी बोर्ड के मैनुअल में है। डॉ. प्रभाकर त्रिपाठी