प्रयागराज, असफलता से निराश प्रतियोगी छात्र अनुराग पाल (26) इस कदर डिप्रेशन में चला गया कि उसने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। अनुराग शिवकुटी के भुलई का पुरवा मोहल्ले में किराए पर रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। बिहार शिक्षक भर्ती में वह दो नंबर से चयन से चूक गया था। बेटे की मौत की खबर घर पहुंची तो कोहराम मच गया।
सुल्तानपुर जिले में मोतिगरपुर के वैष्ठथवारा, छेदवारी निवासी राममिलन किसान हैं। उनके दो बेटों में बड़ा अनुराग शहर में किराए रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। शुक्रवार सुबह वह काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकला तो मकान मालिक ने आवाज दी। कई बार बुलाने के बाद भी जवाब नहीं मिला तो उन्हें शक हुआ। खिड़की से झांककर देखा तो अनुराग पंखे के चुल्ले से लटक रहा था। सूचना पर शिवकुटी पुलिस पहुंची। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला।
अनुराग के साथियों ने बताया कि बिहार शिक्षक भर्ती में दो नंबर से चयन रुकने की वजह से वह काफी तनाव में था। इससे पहले भी कई प्रतियोगी परीक्षाओं में असफलता से दुखी था। बेटे की मौत से मां नीलम और पिता राममिलन की आंखों से आंसू थम नहीं रहे। घरवालों ने बताया कि वह पढ़ने में काफी अच्छा था। इस बार उसे अपनी तैयारी पर पूरा भरोसा था कि इस बार शिक्षक भर्ती में उसे जरूर सफलता मिल जाएगी लेकिन परिणाम आने के बाद से वह तनाव में था।