यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों में जीव विज्ञान का क्रेज बना हुआ है। 22 फरवरी से शुरू होने जा रही है बोर्ड परीक्षा में इंटर में गणित की तुलना में दोगुने से अधिक छात्र-छात्राएं जीव विज्ञान के पेपर में शामिल होंगे। मजे की बात है कि पिछले साल की तुलना में इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या में कमी होने के बावजूद जीव विज्ञान में विद्यार्थियों की संख्या में इजाफा हुआ है। वहीं गणित में छात्रसंख्या घटी है।
इंटरमीडिएट में पंजीकृत 2560882 (1412806 छात्र व 1375638 छात्राएं) परीक्षार्थियों में 15.50 लाख से अधिक ने विज्ञान वर्ग लिया है। इनमें से 1134114 विद्यार्थियों ने जीव विज्ञान, जबकि 450097 ने गणित विषय लिया है। इसी प्रकार वर्ष 2023 में 1084932 विद्यार्थियों ने जीव विज्ञान, जबकि 499484 ने गणित लिया था।
वहीं 2021 की बोर्ड परीक्षा में गणित में 456671 जबकि जीव विज्ञान में 927929 छात्र पंजीकृत थे। खास बात यह है कि 2024 में इंटरमीडिएट के छात्र-छात्राओं की संख्या पिछले साल की तुलना में कम हुई है। पिछले साल 2768180 परीक्षार्थी 12वीं में पंजीकृत थे जबकि इस बार 2560882 परीक्षार्थी हैं। साफ है कि इंटर की परीक्षा में पिछले साल से 207298 कम छात्र शामिल होंगे।
कला वर्ग में समाजशास्त्रत्त् की सर्वाधिक मांग
इंटर कला वर्ग में सर्वाधिक 458333 परीक्षार्थियों ने समाजशास्त्रत्त् लिया है। 371934 विद्यार्थियों ने नागरिक शास्त्रत्त्, 317393 ने भूगोल, 252205 ने गृह विज्ञान, 226071 ने अर्थशास्त्रत्त् व 96733 विद्यार्थियों ने संस्कृत विषय लिया है। वाणिज्य वर्ग में 53057 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।
डॉक्टरी का पेशा समाज में बहुत सम्मान के साथ देखा जाता है, इसलिए अधिक बच्चे इस विषय को लेते हैं। खासतौर से छात्राओं में जीव विज्ञान के प्रति अधिक रुझान देखने को मिलता है।
-अजय प्रताप सिंह,
प्रधानाचार्य राजकीय इंटर कॉलेज
कई व्यावसायिक विषयों में 50 छात्र भी नहीं
इंटरमीडिएट स्तर पर व्यावसायिक विषयों को लेकर खासी रुचि नहीं है। कई विषयों में तो 50 छात्र भी नहीं है। सेक्रेटेरिएट एवं टाइपिंग अंग्रेजी में 16, इम्ब्रायडरी में 18, मधुमक्खी पालन में 18, डेयरी टेक्नोलॉजी में 22, रेशमकीट पालन 49, नृत्य में दस विद्यार्थी हैं। काष्ठकला में 95 परीक्षार्थी ही पंजीकृत हैं