नारखी। नारखी के प्राथमिक विद्यालय कुशालपुर में दो शिक्षामित्र के बीच उपस्थिति पंजिका पर हस्ताक्षर को लेकर झगड़ा हो गया। झगड़े में स्कूल में रखे सरकारी अभिलेख फाड़ दिए। मामला बीएसए तक पहुंचा। मामले की जांच करने के आदेश बीएसए ने दिए हैं।
मामला प्राथमिक स्कूल खुशालपुर नारखी का है। यहां पर प्रधानाध्यापिका पूनम वर्मा तैनात हैं। शनिवार को वह ब्लॉक संसाधन केंद्र पर एक कार्यक्रम में शामिल होने गई थी। स्कूल में यहां तैनात दोनों शिक्षामित्र थी।
इस बीच शिक्षामित्र नीलम सिंह दूसरी शिक्षामित्र इंद्रा देवी से वाद विवाद शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक उपस्थिति पंजिका पर देरी अंकित किए जाने पर इंद्रा देवी नाराज थी। इस कारण पहले दोनों में जमकर नोकझोंक हुई। बात बढ़ने पर शिक्षामित्र इंद्रा देवी ने उपस्थिति पंजिका पर ही पानी गिरा दिया। इसके बाद उसे स्कूल परिसर में फाड़ दिया।
बताते हैं कि दोनों ने बीच हाथापाई की नौबत तक आ गई। प्रधानाध्यापिका को जब इस घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने बीईओ को पूरी जानकारी दी। प्रधानाध्यापिका पूनम द्वारा बीईओ को सौंपी लिखित शिकायत में कहा है कि इंद्रादेवी खुशालपुर ने उपस्थिति पंजिका में पानी डालकर खराब किया।
बगैर सूचना गायब रहने पर अनुपस्थिति लगी हुई थी, उस पर व्हाइटनर लगाकर हस्ताक्षर कर दिए तथा पत्र व्यवहार में लिखी सूचनाओं को काट दिया। प्रधानाध्यापिका का कहना है कि शिक्षामित्र की तबियत खराब रहती है कई बार दवा खाने के बाद वह इस तरह की हरकत करती हैं, इससे विभागीय अधिकारियों को अवगत करा दिया है।
दिसंबर में भी
हुआ था झगड़ा
शिक्षकों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय खुशालपुर में 21 दिसंबर को भी झगड़ा हुआ था। उस वक्त भी शिक्षामित्र ने अध्यापक उपस्थिति एवं छात्र उपस्थिति रजिस्टर को फाड़ दिया था, उस वक्त शिक्षामित्र ने दूसरी शिक्षामित्र के साथ में मारपीट भी की थी।
घटना की जानकारी मिली है। हम सोमवार को स्कूल में जाकर पूरे प्रकरण की जांच करेंगे। शिक्षामित्र से भी इस संबंध में बात की जाएगी। जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी। – उपेंद्र सिंह, खंड
शिक्षाधिकारी नारखी