प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के सभी माध्यमिक शिक्षक संगठनों व राजकीय शिक्षक संगठनों के आह्वान पर शनिवार को प्रदेश के सभी 259 मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया था। शिक्षक स्व. धर्मेंद्र कुमार को न्याय दिलाने के लिए संगठन की ओर से पांच सूत्रीय मांगे भी रखी गई
थीं। संगठन के पदाधिकारियों ने कहा कि जब तक उनकी पांच सूत्रीय मांगों को नहीं माना जाएगा, तब तक मूल्यांकन का बहिष्कार जारी रहेगा। इसके लिए प्रदेश के सभी शिक्षक एकमत हैं। दूसरी ओर, डीआईओएस पीएन सिंह ने कहा कि प्रयागराज के नौ मूल्यांकन केंद्रों में से पांच केंद्रों पर शत-प्रतिशत कॉपियों का मूल्यांकन हुआ है। रविवार को भी मूल्यांकन कार्य होगा।
शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री पर लगाया उपेक्षा का आरोप
शिक्षक नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार का व्यवहार शिक्षकों के प्रति उपेक्षापूर्ण है। इतनी दुखद घटना होने के बाद भी प्रदेश के माध्यमिक शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री ने संवेदना के दो शब्द तक नहीं कहे। शिक्षक समाज मर्माहत है। आगामी कार्य दिवसों में जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, कार्य बहिष्कार जारी रहेगा। राजकीय शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर पांडे, प्रदेश महामंत्री डॉ. रविभूषण, उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ ठकुराई गुट के प्रदेश महामंत्री लालमणि द्विवेदी, उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ एकजुट के प्रदेश संरक्षक डॉ. हरिप्रकाश यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष उपेंद्र वर्मा, मंडलीय मंत्री अनुज पांडेय समेत सभी संगठनों के जिला कार्यकारिणी सदस्यों ने मूल्यांकन केंद्रों का दौरा किया और कार्य बहिष्कार को सफल बनाया।