लखनऊ। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आधार पर तैयार किताबों से विद्यार्थियों की रटने की प्रवृत्ति कम होगी। खेल-खेल में उन्हें सिखाने पर जोर होगा। एनसीईआरटी ने तीसरी च छठी कक्षा की पुस्तकों में इस तरह के बदलाव किए हैं। मई से सीबीएसई के सभी विद्यालयों
में नई किताबों से ही पढ़ाई होगी। पिछले साल कक्षा एक व दो की किताबों में यह वदलाव किया गया था। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के मुताबिक पहले कुछ पाठ्यक्रमों में बदलाव होता था, लेकिन नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद धीरे-धीरे सभी पाठ्यक्रमों में बदलाव किया जा रहा है। सत्र 2025-26 में चौथी और सातवी कक्षा की पुस्तकों में बदलाव होगा।
तीसरी कक्षा के चार विषय बदलेंगे तीसरी कक्षा के गणित, पर्यावरण, हिंदी व अंग्रेजी विषयों में बदलाव होगा। छठी कक्षा के हिंदी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान विषयों में बदलाव होगा। पाठ्यक्रम में प्रयोगशाला विधि, समूह वार्तालाप, व्याख्यान विधि व सृजनात्मक क्रिया-कलापों को शामिल किया गया है.
नाटक, ग्राफिक्स व पोस्टर से सीखेंगे विद्यार्थी नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों की रटने की
प्रवृति को खत्म कर उन्हें खोल-खोल में सिखाने पर जोर दिया जा रहा है। विद्यार्थियों को नाटक, ग्राफिक्स व पोस्टर के 6 आध्धार पर पढ़ाया जाएगा। पर्यावरण संदेशों से संबंधित गीत व मौखिक कला प्रदर्शन के जरिये विद्यार्थियों को शिक्षित किया जाएगा।
– एसके अग्रवाल, प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय गोमतीनगर