प्रयागराज। केंद्रीय विद्यालयों की कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या में कमी कर दी गई है। अब किसी भी कक्षा में 32 से अधिक बच्चों को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पहले यह मानक 40 बच्चों का था। इस बदलाव से अभिभावकों में नाराजगी है। इस कारण कक्षा एक के अलावा अन्य कक्षाओं में प्रवेश नहीं हो रहा है। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत यह बदलाव किया गया है।
जिले में 10 केंद्रीय विद्यालय हैं। सैन्यकर्मियों के बच्चों का इन विद्यालयों में प्राथमिकता में प्रवेश हो जाता है। उसके बाद रिक्त सीटों पर अन्य वर्ग के बच्चों को प्रवेश दिया जाता है। इस बार प्रवेश की गाइडलाइन जारी हुई तो पूर्व के सापेक्ष प्रत्येक कक्षा में बच्चों की संख्या कम कर दी गई है। केवल कक्षा एक में प्रवेश के लिए आनलाइन आवेदन लिया जा रहा है। कक्षा दो से 11वीं तक की कक्षाओं में प्रवेश के लिए फार्म नहीं दिए जा रहे हैं। कई विद्यालयों ने दो से ऊपर की कक्षाओं में प्रवेश न होने का बोर्ड लगा दिया है।
प्राचार्यों ने बताया कि पहली कक्षा में विद्यार्थियों का मानक 40 का था। हर वर्ष प्रत्येक कक्षा में औसतन चार या पांच बच्चों के अभिभावकों के तबादले के कारण स्कूल छोड़ते थे तो उनके स्थान पर दूसरे बच्चों को प्रवेश मिल जाता था। इस बार कक्षा का मानक कम कर दिया है। अब कुछ बच्चे स्कूल छोड़ेंगे, तब भी कक्षा की क्षमता 32 से अधिक रहेगी। उन्होंने बताया कि अब केवल केवल कक्षा एक में ही प्रवेश हो रहा है। उसके लिए आनलाइन आवेदन 15 अप्रैल तक लिया जाएगा। प्रवेश का परिणाम 22 अप्रैल को जारी कर दिया जाएगा। 30 जून तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करनी है।
प्रवेश के लिए भटक रहे हैं अभिभावक
केवी में प्रवेश के लिए अभिभावक परेशान हैं। धूमनगंज की सरोज देवी ने अपनी बेटी का कक्षा नौ में प्रवेश के लिए केवी न्यू कैंट, केवी मनौरी और केवी बमरौली गई लेकिन फार्म नहीं मिला। ऐसे ही कन्हईपुर के त्रिभुवन सिंह भी अपने बेटे का कक्षा पांच प्रवेश कराने के लिए भटक रहे हैं। करेली के तलहा रहमानी ने कक्षा चार में बेटे का प्रवेश करवाने के लिए कई केवी का चक्कर लगाया लेकिन फार्म नहीं मिला।
श्रेणी एक और दो को रियायत
जिस विभाग के परिसर में केंद्रीय विद्यालय है, वहां के कर्मियों के बच्चों को प्रवेश में रियायत दी है। उनके बच्चों को कक्षा एक में अधिकतम 40 की क्षमता तक और दो से 11वीं तक 45 की क्षमता तक प्रवेश दिया जाएगा।