प्रयागराज। यूपी बोर्ड के विद्यालयों में नया सवेरा होगा। नए सत्र में विद्यालयों में नया सवेरा के तहत संस्कार, नैतिक शिक्षा, मूल्यों का पाठ पढ़ाया जाएगा। डिजिटल ज्ञान का भी भंडार खुलेगा। डिजिटल लिट्रेसी को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक बच्चे की ई-मेल आईडी बनवाई जाएगी। इसके व्यावहारिक प्रयोग के बारे में उनको सिखाया जाएगा।
इसके तहत सप्ताह में दो दिन शिक्षाधिकारियों को विद्यालयों की प्रातःकालीन सभा में पहुंचना होगा। उन्हें बच्चों से कॅरिअर, नियमित दिनचर्या, अनुशासन व प्रासंगिक विषयों पर प्रेरक संवाद करने होंगे। नई शिक्षा नीति के तहत बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए यूपी बोर्ड ने शैक्षिक कैलेंडर जारी किया है।
नए कैलेंडर के अनुसार अब प्रार्थना के 15 मिनट समय आरक्षित किया गया है। प्रार्थना के दौरान प्रतिदिन प्रासंगिक विषयों पर बच्चों को जानकारी देनी होगी। हँड्स ऑन एक्टीविटीज एवं एक्सपीरियंस लर्निंग विधा को गणित एवं विज्ञान विषय में लागू करने के लिए सप्ताह में दो दिन निर्धारित किए जाएंगे। हर विद्यालय में लाइब्रेरी अनिवार्य है। बच्चों
नए कैलेंडर में बच्चों के सर्वांगीण विकास को लेकर की गई पहल
माध्यमिक शिक्षा परिषद् (उ.प्र)
के विद्यालयों में ई-बुक्स उपलब्ध रहेगी। नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन के लिए स्कूल प्लान विकसित किया जाएगा।
कॉन्वेंट विद्यालयों की तर्ज पर समर कैंप आयोजित किए जाएंगे। इसमें बच्चों की रुचि के अनुसार उनको गीत, नृत्य, सिलाई, कढ़ाई, लेखन, चित्रकला, रंगोली, नाटक भी सिखाया जाएगा। यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल बताते हैं कि अब शिक्षकों को डायरी भी उपलब्ध कराई जाएगी। उसमें शिक्षण योजना का उल्लेख करना होगा और उसे प्रधानाचार्य नियमित चेक करेंगे। इस सत्र में कक्षा नौ और 10 की परीक्षा में 30 अंक के बहुविकल्पीय और 70 अंक के लिखित प्रश्न होंगे। सभी विद्यालयों में पर्यावरण क्लब बनाया जाएगा। इस क्लब के लिए प्रत्येक कक्षा के कुछ छात्र-छात्राओं को पर्यावरण मित्र बनाया जाएगा।
विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस 21 अगस्त को मनाया जाएगा। अर्द्धवार्षिक परीक्षा सितंबर में कराई जाएगी। खेलकूल, एनसीसी, स्काउटिंग आदि की रूपरेखा जुलाई में तैयार कर लेनी है। महापुरुषों की जयंती पर स्कूलों में निबंध, पोस्टर और वाद विवाद प्रतियोगिता कराई जाएगी, जिससे उनके जीवन से जुड़े प्रसंगों और योगदान की जानकारी बच्चों को रहे। बालिकाओं की सुरक्षा की उद्देश्य से शक्ति मंच का गठन किया जाएगा। समय समय पर स्कूलों में हेल्थ कैंप आयोजित किए जाएंगे। यूपी दिवस पर 24 जनवरी को जिला, मंडल और प्रदेश स्तर की प्रतियोगिता होगी। बच्चों को ओडीओपी की जानकारी दी जाएगी।
विद्यालयों की बनेगी वेबसाइट
प्रदेशभर के 27 हजार विद्यालय यूपी बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं। इसमें अधिकतर विद्यालय वित्तविहीन हैं। सभी विद्यालयों की अपनी वेबसाइट होनी चाहिए। इसके लिए यूपी बोर्ड से पिछले वर्ष ही निर्देशित किया गया था। अब तक सभी विद्यालयों की वेबसाइट नहीं बनी है। अब नए कैलेंडर में इसका उल्लेख किया गया है। सचिव ने निर्देश दिया कि जुलाई- अगस्त 2024 तक सभी विद्यालय वेबसाइट का कार्य पूर्ण करवा लें।