शाहजहांपुर। प्राथमिक, उच्च प्राथमिक तथा कस्तूरबा विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण कार्य को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए बीएसए ने निर्देश जारी किए हैं।
उन्होंने दैनिक और साप्ताहिक शिक्षण योजना पर आधारित कक्षा शिक्षण कार्य कराए जाने पर जोर दिया। बीएसए रणवीर सिंह ने बताया कि शैक्षिक सत्र 2024-25 में सभी विद्यालयों में नियमित पठन-पाठन शुरू हो गया है। विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए संदर्शिका (कक्षा 1 से 5) के माध्यम से दैनिक एवं साप्ताहिक शिक्षण योजना पर आधारित प्रभावी कक्षा शिक्षण कराया जाएगा।
विभिन्न शैक्षणिक सामग्री जैसे-प्रिंटरिच मटेरियल, बिग बुक्स, पिक्चर स्टोरी कार्ड, पोस्टर्स, वार्तालाप चार्टर्ड्स, लाइब्रेरी बुक्स, टीएलएम, गणित किट, शैक्षणिक वीडियो और प्रोजेक्ट कार्य आदि के माध्यम से गतिविधि आधारित शिक्षण कार्य होगा।
कक्षा 6, 7 व 8 में रिमीडियल टीचिंग के लिए विकसित भाषा एवं गणित विषय की संदर्शिका में दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार शिक्षण कार्य, कार्यपुस्तिकाओं के अनुरूप बच्चों को अभ्यास कराया जाएगा।
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पुस्तकालय का होगा नियमित संचालन
सभी विद्यालयों में पुस्तकालय और रीडिंग कॉर्नर का नियमित रूप से संचालन होगा। तालिका के माध्यम से बच्चों के अधिगम स्तर का आकलन किया जाएगा, जिसमें कक्षा अनुरूप दक्षताएं नहीं मिलने पर स्मरणीय शिक्षण कराया जाएगा। शिक्षक संकुल की मासिक बैठकें निर्धारित एजेंडे के अनुसार होंगी और इनमें संकुल के सभी शिक्षकों की प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाएगी। बच्चों की नियमित एवं शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने और उनके अधिगम स्तर के संबंध में अभिभावकों के साथ संवाद स्थापित किया जाएगा।
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एमडीएम और छात्र उपस्थित पंजिका का डिजिटल प्रयोग जरूरी
– विद्यालय स्तर पर मध्याह्न भोजन पंजिका तथा छात्र उपस्थिति पंजिका का डिजिटल प्रयोग जरूरी होगा। इसके लिए राज्य परियोजना कार्यालय से निर्देश दिए गए हैं। इनका सख्ती से पालन करना होगा। परिषदीय विद्यालयों में डिजिटल अवस्थापना सुविधाओं के तहत टेबलेट्स, स्मार्ट क्लास सेटअप तथा आईसीटी लैब के उपयोग, रख-रखाव, उपकरणों की सुरक्षा/रक्षोपाय तथा कक्षा शिक्षण के लिए जारी एसओपी एवं दिशा निर्देशों का अनुपालन कराया जाएगा।