लखनऊ: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों के समय को लेकर घमासान मचा हुआ है। प्रदेश के कुछ जिलों में बीएसए समय में बदलाव कर दिया तो बेसिक शिक्षा निदेशक ने रद्द करने का आदेश कर दिया। इसके बावजूद लगातार कई जिले समय में बदलाव कर पढ़ाई के घंटे कम कर रहे हैं। वहीं ज्यादातर जिलों में अब भी दो बजे तक स्कूल खुल रहे हैं। ऐसे में शिक्षक लगातार दबाव बना रहे हैं कि भीषण गर्मी को देखते हुए पूरे प्रदेश में समय बदला जाए।
बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूल 8 से 2 बजे तक खुल रहे हैं। स्कूल 20 मई तक खुलने हैं। इधर तापमान अभी से 40 डिग्री के पार होता जा रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद के कई स्कूलों में पंखे तक नहीं हैं। जहां हैं, वहां कनेक्शन कटा है और बिजली की कटौती भी खूब हो रही है। इस बारे में बाराबंकी के शिक्षक निर्भय सिंह कहते हैं कि 2 बजे तक स्कूल के कमरे तपने लगते हैं। बच्चे पसीने से लथपथ हो जाते हैं। ऐसे ही हालात को देखते हुए कुछ जिलों के बीएसए ने समय बदलकर 7:30 से 12:30 बजे तक किया था। इस पर बेसिक शिक्षा निदेशक ने यह आदेश किए कि बीएसए अपने स्तर से आदेश न करें। पूरे प्रदेश में एक ही समय रहना चाहिए। स्कूल पूरे प्रदेश में 8 से 2 बजे तक ही खुलेंगे।
इसके बाद भी बढ़ती गर्मी और शिक्षकों के बढ़ते दबाव को देखते हुए मऊ, हाथरस, आजमगढ़ और देवरिया सहित कई जिलों में स्कूलों का समय बदलकर 7:30 कर दिया गया है। कई जगह डीएम ने आदेश किए हैं। वहीं कुछ जिलों में डीएम के आदेश का हवाला देते हुए बीएसए ने निर्देश दिए हैं। इस बारे में प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन ने लखनऊ में डीएम और मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर समय 7:30 से 12:30 किए जाने की मांग की है।
प्रदेश भर में बदला जाए समय
प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक असोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह कहते हैं कि पूरे प्रदेश में ही गर्मी पड़ रही है। शासन को ही प्रदेश में समय बदल देना चाहिए। आश्चर्य की बात ये है कि यूपी बोर्ड ने इंटर कॉलेजों का समय कम कर दिया है। बेसिक स्कूलों में तो और छोटे बच्चे होते हैं। लगता है अधिकारी किसी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं।