लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों के बच्चों को कुशल कलाकार संगीत की शिक्षा देंगे। संगीत नाटक अकादमी की ओर से यह पहल जल्द ही शुरू की जा रही है। अकादमी के पंजीकृत कलाकार बच्चों को भाषण के जरिये, रचना और अंग संचालन के माध्यम से कई विधाएं सिखाएंगे। भारतीय संगीत व संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस योजना को जल्द अमलीजामा पहनाया जाएगा। इसके लिए स्कूलों व कॉलेजों की सूची मांगी गई है।
संगीत नाटक अकादमी के निदेशक शोभित नाहर ने बताया कि इस योजना को वृहद स्तर पर शुरू करने की कोशिश की जा रही है। इसके तहत डीआईओएस और बीएसए से सरकारी स्कूलों की सूची मांगी गई है। पहले चरण में सरकारी स्कूलों के बच्चों को सिखाया जाएगा और इसके बाद अर्धसरकारी स्कूलों के बच्चों को व उसके बाद गैरसरकारी स्कूलों के बच्चों को संगीत की शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने कि हमने कुछ समय पहले भी संगीत के होनहारों को खोजने की कोशिश की थी लेकिन वह 2023 तक उतना सफल नहीं पाई थी। अब यूपी के होनहारों को खोजने की वृहद स्तर पर योजना बनाई गई है। जल्द ही इसे सफल बनाएगा जाएगा।
दो घंटे चलेगी संगीत की क्लास
शोभित नाहर ने बताया कि प्रदेश के कुशल कलाकार इन स्कूलों के बच्चों को दो घंटे की कक्षा में विभिन्न माध्यमों से संगीत के गुर सिखाएंगे। अभी हमारा प्रयास रहेगा कि एक साल में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को संगीत सिखा सकें। जिन बच्चों में रुचि दिखेगी उन्हें आगे भी ले जाएंगे। जहां-जहां से सूची आती जाएगी वहां-वहां हमारे कलाकार जा जाकर योजना को आगे बढ़ाते जाएंगे।
■ लोक संगीत पर रहेगा मुख्य फोकस
शोभित नाहर ने बताया कि शुरुआत में हमारा फोकस लोक संगीत पर ही रहेगा। इसके तहत सुरों की शिक्षा के साथ ही बच्चों को वाद्ययंत्रों के बारे में भी बताया जाएगा