राज्य परियोजना द्वारा समीक्षा में यह पाया गया ,कि कतिपय जनपदों के मेन्टर गण/ARP /SRG द्वारा अनुश्रवण के समय निरीक्षण पंजिका में अपने सुझाव/निर्देशो को अंकित किया जा रहा है ,साथ ही साथ विद्यालय पर अलग से पंजिका बनवायी जा रही है ।यह विल्कुल स्वीकार नही है ।टाइम एंड मोशन आदेश का उल्लंघन है । अतः समस्त मेंटर,ARP, SRG , (कुशीनगर) आप सभी से अपेक्षा/ निर्देश है कि आप को जो भी अपने सुझाव लिखने हो ,शिक्षक डायरी के पीछे अनुश्रवण हेतु जगह दी गयी है ,वहाँ अंकन करे ।अगर निरीक्षण पंजिका में अपने जनपद में इस तरह का कार्य कोई कर रहा तो ऐसा कदापि न करे ।पूर्व में इसके संबंध में आपको डायट की समीक्षा बैठक में आवश्यक निर्देश दिया जा चुका है ।आपका कार्य सहयोगात्मक पर्यवेक्षण न कि निरीक्षण का है । निरीक्षण के भाव न रहे *,प्रधानाध्यापक की कुर्सी पर* *न बैठें।* । विद्यालय शिक्षकों को पूरा समर्थन व सहयोग दें ।* टू दि प्वाइंट अपने दायित्व के अनुसार कार्य करें।अपने दायित्व से इतर अन्य कार्य किए जाने की शिकायतें मिल रही हैं इसलिए इससे बचें।ख़ुद विद्यालय पर* *डेमो कर* दिखावे * प्रधानाध्यापको /शिक्षकों को सकारात्मकता हेतु अभिप्रेरित करें*। प्रधानाध्यापक सुबह ही बच्चों *की गिनती कर MDM पंजिका* में निर्धारित मीनू से *भोजन बनवाएं। प्रधानाध्यपक, ARP द्वारा छात्र हित में छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु सकारात्मक सहयोग अपेक्षित है।
— डॉ. राम जियावन मौर्य प्राचार्य ,डायट/ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी , कुशीनगर* ।