प्रयागराज, । कानपुर के सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में नौ शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति के मामले में चार अधिकारियों और एक लेखाकार के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति शासन से की गई है। अपर निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने कानपुर के वर्तमान जिला विद्यालय निरीक्षक समेत दो सेवानिवृत्ति डीआईओएस, वित्त एवं लेखाधिकारी के अलावा एक लेखाकार के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को पत्र लिखा है। साथ ही एकमात्र शिक्षिका रिक्षा पांडेय, जिसे वेतन जारी हो गया था उसे वेतन के रूप में मिले 2.5 लाख रुपये की रिकवरी के आदेश दिए गए हैं। सभी नौ शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर हुई है जिनकी नियुक्ति फर्जी अभिलेखों से कराने की तैयारी थी। बाबू सुनील, प्रधान सहायक रंजन टंडन को निलंबित किया है
पूरे प्रदेश में फर्जीवाड़े की जांच के आदेश
कानपुर में फर्जी पैनल के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति का मामला प्रकाश में आने के बाद पूरे प्रदेश में जांच के आदेश दिए गए हैं। अपर निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी की ओर से कहा गया है कि शिक्षा निदेशालय की वेबसाइट पर जारी पैन का सत्यापन कराए बगैर नियुक्ति देना गंभीर अनियमितता
33 शिक्षकों की कर दी फर्जी नियुक्ति
प्रयागराज, । सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रतीक्षा सूची के नाम पर शिक्षकों की नियुक्ति का खेल चल रहा है। कानपुर में पिछले दिनों पांच शिक्षकों की नियुक्ति का मामला तो सिर्फ बानगी भर है। कुल 33 शिक्षकों की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर की जा चुकी है।
प्रशिक्षित स्नातक के फर्जी पैनल के आधार पर संभल, बलरामपुर, मुजफ्फरनगर समेत तमाम जिलों में शिक्षकों की फर्जी नियुक्ति हुई है। हाईकोर्ट के आदेश पर विजिलेंस जांच के लिए अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार ने सतर्कता विभाग के प्रमुख सचिव संजय प्रसाद को 13
अक्तूबर 2023 को पत्र लिखा था। जबकि कानपुर में 22 नवंबर को पांच फर्जी शिक्षकों की नियुक्ति की गई है।
2013, 2016 और 2021 के फर्जी पैनल पर खेल
शिक्षकों की नियुक्ति का खेल 2013, 2016 और 2021 में हुई नियुक्तियों के फर्जी पैनल के आधार पर हुआ है। सर्वाधिक 16 शिक्षकों की नियुक्ति बलरामपुर में हुई है। यहां सभी नियुक्तियां प्रशिक्षित स्नातक 2013 के पैनल हुई है। मुजफ्फरनगर में पांच, संभल में छह और मिर्जापुर में एक फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया है। मुजफ्फरपुर में 2021 का एक और 2016 के पैनल पर चार तो वहीं संभल में 2013 के पैनल पर सभी छह फर्जी नियुक्तियां हुई है। कानपुर की पाच नियुक्तियां जोड़ लें तो कुल 33 फर्जी नियुक्तियां हो