लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षा का परिणाम जारी होने के बाद नए शैक्षिक सत्र 2024-25 को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है। 50 फीसदी से कम परिणाम लाने वाले विद्यालयों में सुधार का जिम्मा अच्छा रिजल्ट लाने वाले स्कूलों को दिया है। यानी अच्छा रिजल्ट लाने वाले माध्यमिक विद्यालय अब उनके मार्गदर्शक बन सकेंगे। लिए
विभाग की योजना के मुताबिक परीक्षाफल में सुधार के लिए हर जिले से एक राजकीय, एक सहायता प्राप्त व एक वित्तविहीन विद्यालयों, जिनका परीक्षाफल सर्वश्रेष्ठ रहा है, उनका चयन किया जाएगा। चयनित विद्यालयों के प्रधानाचार्य का कम परीक्षाफल वाले राजकीय व सहायता प्राप्त
कम परिणाम वाले विद्यालयों के शिक्षक, चयनित स्कूलों का करेंगे भ्रमण
माध्यमिक विद्यालयों से संवाद कराया जाएगा। साथ ही अगले साल के परीक्षाफल को बेहतर करने की एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव ने सभी डीआईओएस से कहा है कि कम परीक्षाफल लाने वाले विद्यालयों के प्रधानाचार्य व शिक्षकों को इन चयनित विद्यालयों का भ्रमण कराएं। साथ ही पठन- पाठन से जुड़ी प्रक्रिया, उनकी बेस्ट प्रैक्टिस और शैक्षिक कैलेंडर भी साझा करेंगे। इसके लिए मंडलीय उप शिक्षा निदेशक को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। उनके समन्वय से 20 मई तक कार्यक्रम बनाकर इसका अनुपालन सुनिश्चित कराएं।