बहराइच। आप अपने बच्चे का प्रवेश कराने जा रहे हैं तो स्कूल के यू डायस नंबर की जानकारी करने के बाद ही किसी भी विद्यालय में प्रवेश कराएं। अन्यथा बाद में पछताना पड़ सकता है। जिले में बिना मान्यता के भी तमाम स्कूल चल रहे हैं। इन स्कूलों में दाखिला होने पर बच्चे का भविष्य प्रभावित हो सकता है।
बिना मान्यता वाले स्कूलों पर अंकुश लगाने के लिए शासन की ओर से यू-डायस पोर्टल बनाया गया है। इस पोर्टल पर कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूलों का ब्योरा अंकित किया गया है। इस पोर्टल
पर पंजीकृत होने वाले स्कूलों को यू-डायस नंबर भी जारी किया गया है। यह नंबर स्कूल की पहचान होता है। स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का विवरण भी इसी पोर्टल पर अपलोड होता है। जिस बच्चे का विवरण पोर्टल पर अपलोड हो जाएगा, उसका पर्सनल एजुकेशन नंबर (पेन) जारी होता है। जिस स्कूल के पास यू-डायस नंबर होगा, वह बच्चों को पेन जारी कर सकेंगे। यह नंबर बच्चे की पहचान होती है। यू- डायस नंबर न होने पर आपके बच्चे का दाखिला बाद में किसी दूसरे स्कूलों में नहीं हो सकेगा।
4133 विद्यालयों में 7,68,466 बच्चे पंजीकृत
एमआइएस प्रभारी बेसिक शिक्षा इसरार अली ने बताया कि यू-डायस पोर्टल पर सभी स्कूलों व उसमें पढ़ने वाले बच्चों का ब्योरा दर्ज किया जाता है। जिले में 4133 विद्यालय यू-डायस पोर्टल पर दर्ज हैं। वहीं, जिले में कुल 7,68,466 बच्चे पंजीकृत हैं।
विद्यालय का यू-डायस कोड अवश्य पूछेंः बीएसए
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अव्यक्त राम तिवारी ने बताया कि जब बच्चा स्कूल की पढ़ाई पूरी कर लेता है, तो उसकी टीसी पर स्कूल यू-डायस नंबर तथा बच्चे का पेन नंबर अंकित किया जाता है। इसी के आधार पर बच्चे का दूसरे स्कूल में प्रवेश होगा। वर्ना कोई स्कूल बिना पेन नंबर के बच्चे का प्रवेश नहीं लेगा। इसलिए बच्चे का विद्यालय में प्रवेश कराते समय विद्यालय का यू-डायस कोड अवश्य पूछें।