लखनऊ। मंडलायुक्त कार्यालय में तैनात संयुक्त विकास आयुक्त के कक्ष में घुसकर शनिवार को एक महिला कर्मचारी ने अपने भाई व वकील के वेश में आए 10 लोगों के साथ उन्हें बुरी तरह से पीट दिया। संयुक्त विकास आयुक्त कृष्ण कुमार सिंह लहूलुहान हो गए। उनकी आंख में गंभीर चोट आ गई। महिला कर्मचारी चुनाव ड्यूटी से नाम काटने की बात कह रही थी।
संयुक्त विकास आयुक्त ने वजीरगंज थाने में केस दर्ज कराया। वहीं, महिला कर्मचारी ने संयुक्त विकास आयुक्त व उनके चालक राजेश कुमार श्रीवास्तव पर छेड़छाड़ व अभद्रता का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया है। इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र के मुताबिक, दोनों पक्षों की ओर से एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है। आशियाना के सेक्टर के निवासी कृष्ण कुमार सिंह के दफ्तर में एक महिला कर्मचारी संबद्ध हैं। कृष्ण कुमार के मुताबिक, दो मई को वह कार्यालय में कुछ काम कर रहे थे। तभी उनके पास एक कॉल आई थी, जिसे वह रिसीव नहीं कर सके थे। उन्होंने रात 8.44 बजे नंबर पर कॉल की।
आरोप है कि फोन उठाने वाले ने खुद को महिला कर्मचारी का भाई बताया और गाजीपुर जनपद में निर्वाचन ड्यूटी से बहन का नाम हटाने के लिए एक पत्र लिखने को कहा। कृष्ण कुमार ने बताया कि ड्यूटी निर्वाचन अधिकारी गाजीपुर ने लगाई है। वह कुछ नहीं कर सकते। आरोपी गालीगलौज करने लगा तो उन्होंने कॉल काट दी। आरोपी ने उन्हें दोबारा क कॉल की पर उन्होंने रिसीव नहीं की।
भागे तो पकड़कर गिराया
■ कृष्ण कुमार का आरोप है कि शनिवार को कार्यालय में अपने कक्ष में बैठकर शासकीय कार्य कर रहे थे। तभी सुबह 11.20 बजे महिला कर्मचारी, उनका भाई और वकील की वेशभूषा में दस लोग सुरक्षाकर्मियों को धक्का देते हुए कक्ष में आ धमके और उनको पीटना शुरू कर दिया। उनके चेहरे पर काफी चोट आई और खून बहने लगा। बाईं आंख से काफी हद तक दिखना बंद हो गया। वह जान बचाकर भागने लगे तो आरोपियों ने उनके पकड़ कर गिरा दिया। अधिकारियों ने घटना की जानकारी मंडलायुक्त को दी। इसके बाद कृष्ण कुमार ने एफआईआर दर्ज कराई।