अमृत विचार : 20 से कम बच्चों वाले मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ बेसिक शिक्षा विभाग ने बीईओ को जांच के आदेश दिए हैं। दस मई तक साक्ष्य के साथ कार्यालय में रिपोर्ट प्रस्तुत करनी है।
जिले में काफी संख्या में लोगों ने निजी स्कूल खोल रखे हैं। इनमें बच्चों की संख्या से मान्यता तक सब कुछ शासन ने ऑन लाइन कर दिया है। ताकि फर्जीवाड़ा करके कोई भी बच्चों की जिन्दगी से खिलवाड़ न कर सके। इसके लेकर बेसिक शिक्षा विभाग भी सक्रिय हो गया है। दो दिन से लगातार सरकारी शिक्षकों को लेकर विभाग सख्ती कर रहा था। अब विभाग ने मान्यता प्राप्त स्कूलों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कुछ दिनों पहले ही महानिदेशक के आदेश पर बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जूम बैठक का आयोजन करके यू डाउस पर 2023-24 में मान्यता प्राप्त स्कूलों में छात्र नामाकंन संख्या 20 या 20 से कम प्रदर्शित होने के संबंध में रोष व्यक्त किया गया था। इसके बाद मंगलवार को जिले के 138 मान्यता प्राप्त स्कूलों की सूची जारी की गई है। इसमें सभी बीईओ को दस मई तक स्कूलों की जांच करके कार्यालय में साक्ष्य सहित रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।
शहर के 35 और स्वार के 36 स्कूल शामिल
यू डायस पर 2023-24 में नामाकंन संख्या 20 या 20 से कम वाली सूची में शहर के 35 और स्वार के 36 स्कूल शामिल है। सूची जारी होने के बाद स्कूल संचालकों में हड़कंप मच गया है। इनमें कुछ मदरसे भी शामिल हैं। इसके अलावा बिलासपुर के 22 और चमरौआ के 22 स्कूल शामिल हैं। जबकि मिलक के आठ और सैदनगर के छह स्कूल भी सूची में हैं। शाहबाद के 15 स्कूल भी इस सूची में हैं।
८ यू-डायस पर 20 यू-डायस पर 20 या 20 विद्यार्थियों स्कूलों और मदरसों द्वारा दर्ज कराए गई हैं। उनकी जांच के आदेश खंड शिक्षा अधिकारियों को दिए गए हैं। उनसे जांच रिपोर्ट मांगी गई है।
– संजीव कुमार, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी