सोनभद्र। लोकसभा चुनाव में सरकारी कर्मचारियों की ड्यूटी लगते ही नाम कटवाने वालों की होड़ लगी है। चुनाव कार्मिक प्रभारी/मुख्य विकास अधिकारी के पास हर रोज चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए प्रार्थना पत्र आ रहे हैं। इनमें तरह-तरह के कारण बता ड्यूटी से मुक्त करने की गुजारिश की जा रही है।
कोई खुद को हृदय रोगी तो कोई किडनी का मरीज बताते हुए ड्यूटी से छुट्टी चाहता है। माता-पिता और सास-ससुर की सेवा के लिए भी चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की गुहार लगाई गई है।
चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए अब तक करीब 325 से अधिक प्रार्थना पत्र आ चुके हैं। इनमें शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग से सर्वाधिक आवेदन हैं। इसमें ड्यूटी से मुक्ति के लिए कोई बीमारी की बात कह रहा है तो किसी काे वृद्ध माता-पिता की सेवा करनी है। ड्यूटी कटवाने के लिए कई कर्मचारी रसूखदारों के जरिए जुगाड़ लगाकर कलेक्ट्रेट एवं विकास भवन पहुंच रहे हैं।
रॉबर्ट्सगंज शिक्षा क्षेत्र में तैनात एक शिक्षक ने बताया कि उनके माता-पिता बुजुर्ग हैं, उनकी तबीयत भी ठीक नहीं रहती। उन्हें एक दिन भी नहीं छोड़ सकता। इस नाते चुनाव ड्यूटी से मुक्त किया जाए। वहीं एक अन्य कर्मचारी का कहना है कि वह हृदय रोगी है। डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है। चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए कई कर्मचारी निजी अस्पताल व डॉक्टरों से लंबी बीमारी व इलाज का पर्चा ला रहे हैं।
कई महिला कर्मचारी छोटे बच्चे होने तथा गर्मी का हवाला देते हुए चुनाव ड्यूटी से उन्हें दूर रखने के लिए आवेदन किया है। इस संबंध में चुनाव कार्मिक प्रभारी/सीडीओ सौरभ गंगवार का कहना है कि चुनाव ड्यूटी से नाम कटवाने के लिए आवेदन आ रहे हैं। निस्तारण भी कराया जा रहा है।