प्रतापगढ़,
लोकसभा चुनाव की ड्यूटी से मुक्त होने के लिए तरह-तरह के बहाने बताने वाले कर्मचारियों पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है। अस्वस्थ होने का हवाला देकर चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जताने वाले परिषदीय स्कूल के शिक्षकों की असलियत खंगालने के लिए सीडीओ नवनीत सेहारा ने अफसरों की टीम गठित कर रिपोर्ट मांगी है।
लोकसभा चुनाव की ड्यूटी स्लिप जारी होते ही परिषदीय स्कूल के शिक्षक बीमार होने लगे हैं। नतीजा महज तीन दिन में 50 से अधिक शिक्षक, शिक्षिकाओं ने सीडीओ कार्यालय में प्रार्थना दिया है जिसमें अस्वस्थ होने का हवाला देते हुए चुनाव ड्यूटी करने में असमर्थता जताई गई है। अचानक शिक्षकों के अस्वस्थ होने की असलियत जानने के लिए सीडीओ नवनीत सेहारा की ओर से तीन सदस्यीय अफसरों की टीम गठित कर दी गई है। यह टीम प्रार्थना पत्र देने वाले शिक्षकों की असलियत खंगालने के बाद अपनी रिपोर्ट बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से सीडीओ को देंगे।
लगातार ड्यूटी नहीं करने वाले कार्मिक हो रहे चिह्न्ति
बीते कई चुनाव में अलग-अलग कारणों से ड्यूटी नहीं करने वाले कार्मिकों को प्रशासन की ओर से चिन्हित कराया जा रहा है। इन कार्मिकों का सत्यापन करने के लिए प्रशासन ने अलग से टीम गठित की है। टीम के अफसर इन कार्मिकों से स्पष्टीकरण लेंगे, यदि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं मिला तो कार्रवाई की जा सकती है।
करीबियों की नहीं लगाई गई चुनाव में ड्यूटी
बेसिक शिक्षा विभाग से प्रशासन ने ब्लॉकवार शिक्षकों की सूचना मांगी थी। सूची तैयार करने की जिम्मेदारी बीईओ को थी। उन्होंने यह काम करीबियों को सौंप दिया था। सूची बनाने वाले बीईओ के करीबियों ने सूची बनाने में खेल कर दिया। सूत्रों की मानें तो ब्लॉकों से भेजी गई सूची में बीईओ के करीबियों के नाम पहले ही हटा दिए गए थे। नतीजा ऐसे शिक्षक चुनाव ड्यूटी से बच गए।
भ्रामक सूचना देने वाले को वीआरएस देने की तैयारी
लोकसभा चुनाव में ड्यूटी से बचने के लिए प्रशासन को भ्रामक सूचना देने वाले परिषदीय स्कूल के शिक्षक को प्रशासन ने वीआरएस देने की तैयारी शुरू कर दी है। बीएसए भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि उक्त शिक्षक ने आवेदन देकर बताया था कि रीढ़ की हड्डी में दर्द, पैरो में सूजन, माइग्रेन और बीपी की समस्या के कारण ड्यूटी करने में असमर्थ हैं। इसके लिए वीआरएस टीम गठित कर जांच कराई जा रही है।