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सूरापुर (सुल्तानपुर)। जिले में शिक्षकों के निलंबन का सिलसिला नहीं थम रहा है। सूरापुर क्षेत्र के कुम्हई हमजापुर स्कूल में नियुक्त इंचार्ज प्रधानाध्यापक व सहायक अध्यापक को निलंबित किए जाने के विरोध में शुक्रवार को अभिभावकाें का गुस्सा फूट गया। स्कूल पहुंचे नाराज अभिभावकों ने बीएसए की कार्यशैली पर सवाल उठाया है। मामले को लेकर पुलिस को स्कूल में बुलाना पड़ा। सूचना पाकर पहुंचीं कादीपुर की खंड शिक्षाधिकारी पूजा पाठक ने अभिभावकों को समझा बुझाकर मामला शांत कराया।
कादीपुर तहसील क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय कुम्हई हमजापुर में नियुक्त इंचार्ज प्रधानाध्यापक राम केवल वर्मा व सहायक अध्यापक महेंद्र कुमार यादव को मंगलवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी दीपिका चतुर्वेदी ने निलंबित कर दिया था। इसकी जानकारी मिलने पर अभिभावकों में आक्रोश व्याप्त हो गया। आक्रोशित अभिभावकों ने शुक्रवार को उच्च प्राथमिक विद्यालय परिसर पहुंचकर नाराजगी जताई। शिक्षकों को बहाल करने की मांग अभिभावक करने लगे। अभिभावकों ने कहा कि इन्हीं दो शिक्षकों की बदौलत विद्यालय में बच्चों की संख्या अच्छी रहती है। एक साथ दो शिक्षकों के निलंबन से स्कूल में बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो जाएगी।
अभिभावकों ने शिक्षकों के निलंबन पर बीएसए की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए बहाली की मांग करना शुरू कर दिया। बवाल की जानकारी पर स्थानीय पुलिस को स्कूल बुलाना पड़ा। मामले की जानकारी पाकर कादीपुर की खंड शिक्षाधिकारी पूजा पाठक स्कूल पहुंची। उन्होंने अभिभावकों से मामले की जानकारी ली और किसी तरह अभिभावकों को समझा बुझाकर शांत कराया। आश्वासन के बाद आक्रोशित अभिभावक शांत हुए।
चुपचाप किए जाते हैं निलंबन, पहले भी लगे हैं आरोप
सुल्तानपुर। शिक्षकों के निलंबन और बहाली के खेल को लेकर पहले भी बीएसए पर सवाल उठ चुके हैं। यहां तक कि शिक्षक एमएलसी प्रदेश स्तर पर यह मामला उठा चुके हैं और इस मामले में भ्रष्टाचार का भी आरोप जड़ चुके हैं। इसके बावजूद यह काम बेरोकटोक जारी है। यही नहीं शिक्षकों को निलंबित किए जाने के कारण भी सार्वजनिक नहीं किए जाते हैं। ऐसे में आरोपों को और हवा मिल रही है। इस बारे में बीएसए से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।