लखनऊ। प्रदेश सरकार ने अनुदानित विद्यालयों के कायाकल्प की तैयारी शुरू कर दी है। सीएम योगी की मंशा अनुसार तैयार कार्ययोजना को अमली जामा पहनाने की कवायद तेज हो चुकी है। जल्द ही प्रदेश के अनुदानित विद्यालयों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जोड़ते हुए विद्यार्थियों व स्टाफ के आधार व अन्य जानकारियों को शामिल करते हुए मोबाइल एप विकसित किया जाएगा। यह जियो टैगिंग व टीचिंग स्टाफ मॉड्यूल समेत कई खूबियों वाला होगा। समाज कल्याण विभाग ने उप्र इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरशन लिमिटेड को एप विकसित करने का जिम्मा सौंपा है। इसके लिए ई-निविदा के माध्यम से
आवेदन मांगे गए हैं।
बता दें कि इस ऑनलाइन मॉड्यूल बेस्ड मोबाइल एप से 60 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों को ट्रैक करने और उनके डाटाबेस को वन स्टॉप डेस्टिनेशन के तौर पर एक्सेस करने का प्लेटफॉर्म तैयार हो जाएगा। इसमें उनकी जन्मतिथि, जेंडर, मोबाइल नंबर, पता, पारिवारिक पृष्ठिभूमि, सामाजिक एवं आर्थिक जानकारी, आधार, शामिल होंगे। स्टाफ व शिक्षकों की भी इसी प्रकार की जानकारियां अंकित होंगी। इसके साथ ही, विद्यालय का नाम व पूरा पता, प्रबंधन की जानकारी, लैटीट्यूड-लॉन्गिट्यूड समेत विभिन्न प्रकार की जानकारियां अंकित होंगी