प्रयागराज, आरओ-एआरओ भर्ती 2023 की प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक और फिर पीसीएस जे 2022 की मुख्य परीक्षा में शामिल एक अभ्यर्थी की उत्तर पुस्तिका में हेरफेर के कारण आलोचना झेल रहे उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता के लिए बड़ा फैसला लिया है। अब आयोग की सबसे प्रतिष्ठित सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा परीक्षा प्रारंभिक परीक्षा समेत वस्तुनिष्ठ परीक्षाओं में शामिल अभ्यर्थियों की ओएमआर की एक प्रति आयोग के पास भी संरक्षित रहेगी।
वर्तमान में वस्तुनिष्ठ परीक्षा दो ओएमआर (उत्तर पत्रक) पर कराई जाती है। ओएमआर की मूल प्रति परिणाम बनाने वाली कंप्यूटर एजेंसी को भेज दी जाती है और कार्बन कॉपी अभ्यर्थी अपने साथ ले जाते हैं। आयोग के पास कोई रिकॉर्ड नहीं रहता। सचिव अशोक कुमार के मुताबिक ओएमआर की प्रथम प्रति (मूल प्रति गुलाबी), द्वितीय प्रति (संरक्षित प्रति हरी) तथा तीसरी प्रति (अभ्यर्थी प्रति नीली) होगी।
आधारहीन आरोप नहीं लगा सकेंगे अभ्यर्थी
आयोग की भर्ती परीक्षाएं और पारदर्शी होंगी। अभ्यर्थी आधारहीन आरोप नहीं लगा सकेंगे। भर्ती परीक्षाओं के बाद कुछ अभ्यर्थी मूल्यांकन में मनमानी, ओएमआर पर बाद में गोला भरने आदि के आरोप लगाते हैं। कुछ अभ्यर्थी बाद में अपनी ओएमआर का गोला भरकर परिणाम पर सवाल करते हैं। छात्रों के किसी आरोप का सत्यापन भी आयोग अपने पास रखी कॉपी से कर सकेगा।