आगरा, बीते दो दिन से उमसभरी गर्मी ने हालत खराब कर दी है। ऐसे में सर्वाधिक परेशानी स्कूली बच्चों को हो रही है। परिषदीय विद्यालयों में बिजली का इंतजाम तक नहीं है। कूलर, पंखें भी नहीं चल पाते हैं। इसके चलते बच्चे गश खाकर गिर रहे हैं। शुक्रवार को भी बच्चे गर्मी से बेहोश हो गए। इस पर शिक्षक संगठनों ने उमस को देखते हुए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी (बीएसए) से स्कूल समय में परिवर्तन की मांग की है।
ब्लॉक खेरागढ़ के उच्च प्राथमिक विद्यालय बुरहरा कंपोजिट में छात्र संख्या 344 है। यहां बिजली सुबह 10 बजे आती है। गर्मी के कारण कक्षा चार की एक छात्रा गश खाकर गिर गई। ये देख शिक्षिका घबरा गईं। उन्होंने तत्काल बच्ची को टेबल पर लिटाया। उसकी पंखें से हवा कराई। बच्ची के मुंह पर पानी के छींटे मारकर होश में लाया।
बाद में छात्रा को बच्चों के साथ घर छुड़वा दिया। वहीं, कंपोजिट विद्यालय ऊटगिर में गर्मी से एक बच्चे की नाक से खून आ गया। शिक्षकों ने तत्काल बच्चे को प्राथमिक उपचार दिया। खून बंद होने के बाद उसे घर तक छुड़वाया। जूनियर हाईस्कूल खेरागढ़ कंपोजिट में एक छात्रा बेहोश होकर गिर गई। इससे उसके सिर में चोट लग गई।
शिक्षकों ने तत्काल प्राथमिक उपचार दिया। उसे घर तक शिक्षक छोड़कर आए। यूटा के जिला महामंत्री राजीव वर्मा ने बताया कि जनपद भर के अधिकांश शिक्षक बता रहे हैं कि उमस भरी गर्मी से स्कूलों में बच्चे बीमार हो रहे हैं। इस पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को ईमेल पर ज्ञापन देकर विद्यालय का समय सुबह आठ से दो के स्थान पर सुबह आठ से दोपहर 12 बजे तक करने की मांग की है। ताकि, बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े।