बढ़ती संक्रमण के कारण पंचायत चुनाव रोकने के लिए शिक्षकों की ओर से ट्विटर पर शुरू की गई वहीं टॉप ट्रेंड में शामिल हो गया है, वाराणसी चंदौली गाजीपुर आजमगढ़ के शिक्षकों के ग्रुप में से उठी आवाज अब अभियान बनकर समूचे सोशल मीडिया पर टॉप ट्रेंड कर रही है। प्रदेश में जबरदस्त समर्थन के बीच आगरा, कानपुर लखनऊ मेरठ समेत कई मंडलों के एक लाख से अधिक शिक्षक इसका हिस्सा बन गए हैं। #stop up Panchayat election के पंचायत चुनाव के दो बचे चरणों को रोकने को आवाज बुलंद की जा रही। पूर्वांचल से शुरू शिक्षकों के अभियान का असर गुरुवार को देखने को मिला जब इसने ट्यूटर का टॉप ट्रेंड छू लिया।
कोरोना संक्रमण पूर्वांचल समेत पूरे यूपी में लगातार बढ़ रहा है संक्रमण के कारण पूर्वांचल में लगातार रिकॉर्ड महोदय भी होती जा रही है। कोरोना से सैकड़ों शिक्षक भी किसी ना किसी रूप से प्रभावित हो रहे हैं। बावजूद यूपी में पंचायत चुनाव जारी है इतना ही नहीं चुनाव में शिक्षकों की ड्यूटी भी लगाई जा रही है ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें संक्रमित शिक्षक का नाम ड्यूटी सूची से बाद में हटाया गया। इसे देखते हुए गाजीपुर वाराणसी समेत अन्य जिलों के परिषदीय और माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों ने अपनी आवाज बुलंद करने के लिए सोशल मीडिया ट्विटर पर मुहिम शुरू की है। इसका उद्देश्य बाकी जिलों में बच्चे पंचायत चुनाव को स्थगित करना। इस मुहिम से अब तक हजारों शिक्षक जुड़ चुके हैं
क्या कहते हैं शिक्षक:
शिक्षकों का इस मुहिम से कहना है कि पिछले दो चरणों में प्रदेश भर में सैकड़ों शिक्षक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और कई शिक्षकों की जान भी चली गई है ऐसे में कोरोना संक्रमण कम होने तक पंचायत चुनाव स्थगित करना चाहिए। इसके साथ ही शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि पंचायत चुनाव नहीं रोका गया तो तीसरे और चौथे चरण मैं बहिष्कार के लिए आवाज बुलंद की जाएगी।
2 राज्यों में चुनाव टला।
अभियान से जुड़ी एक महिला शिक्षक ने इस पोस्ट में बताया कि बिहार ने पंचायत और कर्नाटक में निकाय चुनाव टाल दिए तो उत्तर प्रदेश में ऐसे फैसले लेने में सरकार पीछे क्यों हट रही है । जिंदगी का सौदा नहीं होने दिया जाएगा।