अमेठी सिटी। जिले के परिषदीय स्कूलों में एल्युमीनियम के बजाय स्टील के बर्तन इस्तेमाल होंगे। शासन ने स्टील के बर्तन खरीदने के लिए 1.68 करोड़ जारी किए हैं। स्कूलों में छात्रों की संख्या के आधार पर बर्तन खरीदे जाएंगे।
मिडडेमील पकाने में एल्युमिनियम के बर्तन का प्रयोग किया जाता है। अब मध्याह्न भोजन योजना से एल्युमिनियम के बजाय स्टेनलेस स्टील के बर्तनों का इस्तेमाल होगा। बर्तनों की खरीद के लिए 1.68 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने छात्र संख्या के अनुसार स्कूलों को आवंटित कर नए स्टील के बर्तन खरीदने के निदेश दिए हैं। जिला समन्वयक मध्याह्न भोजन योजना अरुण कुमार त्रिपाठी ने बताया कि एक से 40 छात्र संख्या वाले 245 स्कूलों को प्रति स्कूल बर्तन खरीदने के लिए दस हजार रुपये जारी किए गए हैं। इसी तरह 51 से 150 नामांकन वाले 690 स्कूलों को प्रति स्कूल 45 हजार रुपये, 151 से 250 नामांकन वाले 135 स्कूलों के खाते में प्रति स्कूल 20 हजार रुपये भेजे गए हैं। 251 से अधिक नामांकन वाले 55 स्कूलों में प्रति स्कूल 25 हजार रुपये भेजा गया है।
यह होता है नुकसानगौरीगंज सीएचसी अधीक्षक डॉ. राजीव सौरभ ने बताया कि एल्युमीनियम के बर्तनों में खाना पकाने से
वह खाने से आयरन और कैल्शियम जैसे तत्वों को सोख लेता है। हड्डियां कमजोर हो सकती हैं। अतिरिक्त अस्थि रोग, आंखों की बीमारियां, अतिसार, अति अम्लता, खट्टी डकार, पेट दर्द, कोलाइटिस तथा मुंह में बार-बार सूजन आने के साथ ही त्वचा रोग होने की आशंका रहती है।
नियमानुसार होगी खरीद करनी
बीएसए संजय कुमार तिवारी ने कहा कि स्कूलों के खाते में बर्तन खरीदने के लिए धनराशि भेजी जा चुकी है। सभी को नियमानुसार स्टील के बर्तन क्रय कर मध्याह्न भोजन में इस्तेमाल करने को कहा गया है।