बागपत। पुलिस परीक्षा के दौरान अनुपस्थित रहे दिगंबर जैन इंटर काॅलेज के 15 शिक्षकों की लापरवाही का खामियाजा सभी 42 शिक्षकों को भुगतना पड़ा। क्योंकि जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रधानाचार्य और गायब रहने वाले शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा। मगर स्पष्टीकरण न देने पर पूरे कालेज का अगस्त माह का वेतन रोक दिया। अब स्पष्टीकरण देने पर सभी 42 शिक्षकों का वेतन जारी किया गया।
- NAT EXAM : कैसे होगा NAT टेस्ट से ग्रेड का निर्धारण, जानिए
- 11वीं व 12वीं कक्षा में छात्रों को मिले तीन कौशल पाठ्यक्रम का विकल्प
- नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में सीनियरों ने जूनियर को पीटा
- JOB : कस्तूरबा विद्यालयों में नौकरी के लिए विज्ञप्ति जारी
- वेतन निर्धारण में गलती करने वालों को जवाबदेह बनाना चाहिए : हाईकोर्ट
जिले में 23, 24, 25, 30 और 31 अगस्त को पुलिस भर्ती परीक्षा हुई थी। दिगंबर जैन इंटर कालेज में 27, 28 और 29 अगस्त को शिक्षकों को विद्यालय में शिक्षण कार्य कराने के निर्देश दिए गए थे। विभाग के निर्देशों के बावजूद कालेज के प्रवक्ता योगेंद्र कुमार वर्मा, अरविंद त्रिपाठी, सुधीर कुमार, राजेश कुमार, नवीन कुमार वर्मा, राजीव जैन, रीमा जैन, विभा जैन, टीना जैन, प्रदीप ठाकुर और सहायक अध्यापक ऋषभ जैन, अभिलाष जैन, सुमित जैन, अभिषेक जैन, विनीत जैन बिना सूचना के विद्यालय में अनुपस्थित रहे थे।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने शिक्षकों को स्पष्टीकरण न देने पर अगस्त माह का वेतन रोकने की चेतावनी दी थी। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने भी विभाग को भ्रामक सूचना देकर गुमराह करने का प्रयास किया था। जिस पर जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रधानाचार्य को डाक के माध्यम से अपना स्पष्टीकरण और सही सूचना देने के साथ ही स्पष्टीकरण न देने तक वेतन जारी न करने की चेतावनी दी थी।
इसके बाद भी स्पष्टीकरण नहीं दिया गया तो इसका खामियाजा विद्यालय में कार्यरत 42 शिक्षकों को भुगतना पड़ा। विभाग की ओर से एक भी शिक्षक के वेतन का भुगतान नहीं किया गया। सहायक वित्त एवं लेखाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि विद्यालय के शिक्षकों ने सोमवार को अपना स्पष्टीकरण दे दिया है। इसके बाद विभाग की ओर से शिक्षकों के वेतन के टोकन जारी कर कोषागार में जमा करा दिए हैं।