उन्नाव। निपुण भारत मिशन के तहत जिले के सभी प्राथमिक स्कूलों के शिक्षकों का प्रशिक्षण कराया जा रहा है। प्रशिक्षण में प्रतिभाग करने वाले शिक्षकों के खाते में वेंडर आईडी के माध्यम से 100 से 170 रुपये तीन दिन में भेजने का आदेश है। लेकिन जिले के दस हजार शिक्षकों को पिछले साल के प्रशिक्षण का पैसा ही न हीं मिल पाया है। बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मकता विषय पर निपुण भारत मिशन के तहत बीआरसी पर चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर

- बेसिक शिक्षा विभाग बरेली एवं मिशन शिक्षण संवाद द्वारा एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रकृति मित्र शिक्षक सम्मान समारोह में प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग कराये जाने के सम्बन्ध में।
- एन0बी0टी0 नई दिल्ली एवं सी0आई0आई0एल0 मैसूर के माध्यम से समग्र शिक्षा योजनान्तर्गत परिषदीय विद्यालयों के पुस्तकालयों हेतु क्रय की जाने वाली पुस्तकों के सम्बन्ध में।
- वित्तीय वर्ष 2025-26 खेल कूद सामग्री क्रय हेतु दिशा निर्देश विषयक
- परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास मद के अन्तर्गत विद्युतीकरण आदि सम्बन्धी कार्य हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में आंवटित की गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में।
- Updatemart : 30 जून तक विद्यालयों में शिक्षकों के लिए भी अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर विधायक ने लिखा सीएम को पत्र
महानिदेशक ने एक जुलाई 2024 को आदेश दिया था। लेकिन समय पर, प्रशिक्षण न होने पर उन्होंने 30 अगस्त को फिर आदेश जारी किया। इसमें फंडामेंटल लिटरेसी और न्यूमैरेसी के तहत एफएलएन प्रशिक्षण जिले के 16 ब्लॉक संसाधन केंद्रों में कराया जा रहा है। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद किसी भी ब्लॉक में पिछले साल की तरह इस साल भी प्रशिक्षण धनराशि खाते में नहीं भेजी जा रही है। पिछले साल भी 10 हजार शिक्षकों का एफएलएन भुगतान नहीं
हो पाया था। इसकी शिकायत जूनियर शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने डीएम से की थी। शिक्षक संघ के प्रांतीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजय कुमार कनौजिया, प्रांतीय संयुक्त मंत्री अक्षय कटियार, जिलाध्यक्ष कृष्णशंकर मिश्र, वरिष्ठ उपाध्यक्ष वेद नारायण मिश्र, जिला महामंत्री अवनीशकुमार पाल, कोषाध्यक्ष दीपक वर्मा ने बताया कि अगर इस बार ऐसा हुआ तो बेसिक शिक्षा मंत्री से शिकायत की जाएगी। बीएसए संगीता सिंह ने बताया कि बीईओ से इसकी जानकारी ली जाएगी अगर ऐसा है तो शिक्षकों के खाते में रुपये भिजवाए जाएंगे।