लखनऊ। प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षामित्रों, अनुदेशकों, रसोइयों व अन्य संविदाकर्मियों को जल्द ही मानदेय में वृद्धि का तोहफा मिल सकता है। अपर राज्य परियोजना निदेशक एकता सिंह की ओर से संबंधित कर्मियों का ब्योरा मांगे जाने के बाद इसकी चर्चाएं तेज हो गई हैं। प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों में 1.42 लाख शिक्षामित्र व 25 हजार अनुदेशक कार्यरत हैं। यह लंबे समय से मानदेय बढ़ाने समेत चिकित्सा सुविधा आदि के लिए आंदोलन कर रहे हैं। पिछले दिनों भी प्रदेश भर के शिक्षामित्रों
ने लखनऊ में डेरा डाला था। दूसरी तरफ हाल ही में केंद्र सरकार की ओर से अलग-अलग श्रेणी के श्रमिकों के दैनिक मानदेय में वृद्धि की गई है।
ऐसे में यह माना जा रहा है कि प्रदेश में भी इस योजना के तहत संविदा पर काम कर रहे शिक्षकों व अन्य कर्मियों को, आउटसोर्सिंग व दैनिक वेतन पर काम करने वालों को मानदेय में वृद्धि का तोहफा मिल सकता है। अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा ने बेसिक शिक्षा से जुड़े विभिन्न विभागों में मानदेय पर काम करने वाले, संविदा में काम करने वाले,
- तीन साल बाद अब एई भर्ती, दो से तीन गुना बढ़ सकते हैं दावेदार
- डीएम ने पढ़वाई किताब परखा शैक्षिक स्तर, बीईओ ने की परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा
- धोखाधड़ी से नौकरी हासिल करने के आरोप में 11 शिक्षकों पर केस
- कंपोजिट ग्रांट जारी, स्कूलों में होंगे स्वच्छता, रंगाई-पुताई व मरम्मत के काम
- टीजीटी-2016 कला की साक्षात्कार तिथि नई जारी होगी, जीवविज्ञान की तैयारी
आउटसोर्सिंग पर काम करने वाले अन्य दैनिक मजदूरी पर काम करने वालों की संख्या निर्धारित प्रारूप पर मांगी है।
उन्होंने निदेशक माध्याह्न भोजन प्राधिकरण, बेसिक शिक्षा निदेशक, एससीईआरटी निदेशक, साक्षरता एवं वैकल्पिक शिक्षा निदेशक व राज्य शैक्षिक तकनीकी संस्थान के निदेशक को पत्र भेजकर निर्धारित प्रारूप पर शासन को सूचना उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। इसके बाद से दैनिक मानदेय पर काम करने वाले कर्मचारियों में मानदेय वृद्धि की एक नई उम्मीद जगी है।