प्रयागराज, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) प्रारंभिक परीक्षा 2024 इस बार प्रदेश के सभी 75 जिलों में करानी पड़ सकती है। शासनादेश के अनुसार पर्याप्त संख्या में परीक्षा केंद्र नहीं मिलने के कारण आयोग को विज्ञापन में बड़ा बदलाव करना पड़ सकता है। एक जनवरी 2024 को विज्ञापन में प्रयागराज समेत 51 जिलों में पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा कराने की व्यवस्था दी गई थी।

- बेसिक शिक्षा परिषद से सम्बन्धित ऑनलाइन पोर्टल पर संचालित मॉड्यूल के सम्बन्ध में समीक्षा एवं सुझाव के सम्बन्ध में।
- अंतर्जनपदीय सामान्य ट्रांसफर की आधिकारिक सूची अभी तक जारी नहीं हुई है। जो सूची वायरल हो रही है ,वह आधिकारिक नहीं है अभी , देखें यह सूची
- खण्ड शिक्षा अधिकारियों हेतु 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के सम्बन्ध में।
- बेसिक शिक्षा परिषद् के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षिका के अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में जनपद बरेली में कार्यरत शिक्षकों की पदोन्नति विषयक सूचना प्रेषण विषयक ।
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने की अद्यावधिक प्रगति तथा अन्य महत्वपूर्ण प्रकरणों के सम्बन्ध में वर्चुअल बैठक।
हालांकि वर्तमान में जो स्थितियां बन रही हैं केवल 51 जिलों में परीक्षा केंद्रों की संख्या और कम हो जाएगी। आयोग को केंद्रों की जो सूची मिली है उसके आधार पर दो दिन में प्रारंभिक परीक्षा कराने पर विचार चल रहा है। दूसरी ओर प्रतियोगी छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। छात्रों का कहना है कि एक दिन से अधिक परीक्षा अवधि खिंचती है तो नॉर्मलाइजेशन करना पड़ेगा जो उनके हित में नहीं है।
सरकार की गाइडलाइन के अनुसार सभी 75 जिले के राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों को परीक्षा केंद्र बनाने पर भी सिपाही भर्ती के लिए एक दिन में अधिकतम 4.80 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा ही कराई जा सकी थी। सिपाही भर्ती की परीक्षा शुचितापूर्वक संपन्न कराने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तारीफ कर चुके हैं। पीसीएस प्री के लिए 576154 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। ऐसे में सभी 75 जिलों में प्रारंभिक परीक्षा कराई जाए तो भी दो दिन का समय लगना तय है।