श्रावस्ती : विभिन्न समस्याओं को लेकर आकांक्षी जनपद शैक्षिक एकता समिति के बैनर तले शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना- प्रदर्शन किया। यहां डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित – ज्ञापन अतिरिक्त मजिस्ट्रेट संजय कुमार को सौंपा।
- 27 हजार बेसिक स्कूलों का अस्तित्व खतरे में !
- विचारणीय✍️ बेसिक शिक्षा ऐप से बच्चों की मोबाइल पर निर्भरता बढ़ी, किताबों का महत्व घटा?
- 4,85,56,75,90,000.00/- ₹ की संपत्ति रखने वाले राकेश झुनझुनवाला (बिगबुल/स्टॉक ट्रेडर) के निधन से पहले के अंतिम शब्द…..
- Primary ka master: परिषदीय स्कूल पहुँच यूनिसेफ व एनसीईआरटी के प्रतिनिधि मंडल ने परखी शिक्षा की गुणवत्ता
- Teacher diary : दिनांक 10 अक्टूबर, 2024 कक्षा- 01, 02, 03, 04, 05 की भरी हुई शिक्षक डायरी , देखें
जिला संयोजक रविशंकर पांडेय ने कहा कि विगत वर्षों में हुए अंतरजनपदीय तबादलों से वंचित श्रावस्ती समेत अन्य आकांक्षी जिलों के शिक्षकों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए ज्यादा से ज्यादा शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाए। संयोजक सौरभ तिवारी ने कहा कि हम सभी अपने मूल जिले से 300 से 800 किमी तक की दूरी पर कार्यरत हैं। परिवार में कोई भी चिकित्सीय आवश्यकता पड़ने पर वहां उपस्थित नहीं हो पाते हैं। इससे शिक्षक और
उनके परिवार के सदस्य गंभीर बीमारियों और मानसिक अवसाद से ग्रसित होते जा रहे हैं। अमर वर्मा ने मांग किया कि शिक्षकों के लिए बैचवार स्थानांतरण की योजना बनाई जाए। इससे जिले में ज्यादा समय तक सेवा दे चुके शिक्षकों को वरिष्ठता के आधार पर गृह जनपद में स्थानांतरण का लाभ मिल सके।
बीनू राजपूत ने कहा कि स्थानांतरण की प्रक्रिया जल्द से जल्द शुरू की जाए, ताकि इसी शीतकालीन अवकाश में छात्रहित में कार्यमुक्ति और कार्यभार ग्रहण हो सके। संचालन विनय चौरसिया ने किया। समिति के प्रदेश अध्यक्ष अवनीश कुमार त्रिपाठी, रामगोपाल आदि शिक्षक मौजूद रहे।