राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ : परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों के शिक्षक अब अधिकतम तीन वर्ष तक एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) पद पर कार्य कर सकेंगे। अभी तक इनका कार्यकाल कोई निश्चित नहीं था। अभी एक वर्ष तक के लिए इन्हें रखा जाता था और फिर प्रदर्शन के आधार पर आगे इनका नवीनीकरण किया जाता
था। ऐसे में कई शिक्षक तो एक वर्ष
- कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में एकेडमिक ब्लाक एवं बालिका छात्रावास एडीशनल डारमेट्री एवं कम्प्यूटर लैब के निर्माण हेतु जमीन उपलब्ध कराते हुये कार्य प्रारम्भ कराये जाने के सम्बन्ध में।
- चंदौली : एस०एम०सी० खातों में वित्तीय वर्ष 2024-25 में भेजी गयी धनराशि के उपभोग के सम्बन्ध में।
- Primary ka master: शिक्षकों की कमी से परिषदीय विद्यालयों का फूल रहा दम
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- कहीं शिक्षक विहीन तो किसी विद्यालयों में शिक्षकों की भरमार
बाद ही इस पद से हट गए और कुछ चार-पांच वर्षों से कार्यरत हैं। प्रमुख सचिव, बेसिक शिक्षा एमकेएस सुंदरम की ओर से यह आदेश जारी कर दिया गया। अब तीन वर्ष का कार्यकाल पूरा होने के बाद शिक्षक दोबारा एआरपी नहीं बन सकेंगे। जो एआरपी कार्यरत हैं और उनका कार्यकाल खत्म हो रहा
है तो अब उनकी सेवा अवधि 31 मार्च वर्ष 2025 तक बढ़ा दी गई है। प्रत्येक ब्लाक में पांच-पांच एआरपी को शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार के लिए विद्यालयों के निगरानी की कमान दी गई है। यही नहीं, प्री-प्राइमरी से कक्षा दो तक के विद्यार्थियों को गणित व भाषा में निपुण बनाने का जिम्मा होगा। अपने-अपने ब्लाक के 10-10 स्कूलों को यह निपुण बनाएंगे।