प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था बनाई जा रही है, जिससे हर युवा को अवसर मिले और वे अपनी आकांक्षाओं को पूरा कर सकें।
प्रधानमंत्री ने रोजगार मेले के तहत 51 हजार से अधिक अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंस से उन्हें संबोधित किया।अपने संबोधन में उन्होंने रोजगार के नए अवसरों को सृजित करने के लिए नई प्रौद्योगिकियों और अंतरिक्ष तथा सेमीकंडक्टर जैसे आधुनिक क्षेत्रों को बढ़ावा देने के अपनी सरकार के प्रयासों के बारे में बात की।
भारत पीछे रह गया : मोदी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में नीति और नीयत का अभाव था जिससे भारत आधुनिक प्रौद्योगिकियों समेत उभरते क्षेत्रों में दुनिया से पीछे होता जा रहा था। उन्होंने कहा कि तब पुरानी और अनुपयोगी हो चुकी तकनीकों को देश में लाया जाता था। एक मानसिकता मौजूद थी जो मानती थी कि आधुनिक प्रौद्योगिकियां हमारे देश में विकसित नहीं हो सकतीं। इस मानसिकता ने हमें बहुत नुकसान पहुंचाया। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर आधुनिक दुनिया में रोजगार पैदा करने वाले उद्योग देश में नहीं होते हैं तो रोजगार के नए अवसर पैदा करना मुश्किल होता है। हमने देश को पिछली सरकारों की पुरानी मानसिकता से मुक्त करने के लिए काम शुरू किया।
पहली बार भगवान राम भव्य मंदिर में
धनतेरस के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा यह दीवाली इसलिए खास होने जा रही है क्योंकि यह पहली बार होगा जब भगवान राम अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में होंगे। इस पल का इंतजार करते हुए कई पीढ़ियां बीत गईं। वर्तमान पीढ़ी इस तरह के उत्सवों को देखने और उनका हिस्सा बनने के लिए बेहद भाग्यशाली है।
सरकार के फैसलों का असर रोजगार पर
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार की नीतियों और फैसलों का असर सीधे तौर पर रोजगार पर पड़ता है। साल 2022 में प्रधानमंत्री ने रोजगार मेला योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत अब तक 7.5 लाख लोगों को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र सौंपा जा चुका है। प्रधानमंत्री ने देश में एक्सप्रेसवे, राजमार्ग, बंदरगाह, रेल नेटवर्क और हवाई अड्डों के निर्माण जैसे चौतरफा बुनियादी ढांचे के कार्यों का हवाला देते हुए कहा कि उनकी सरकार अधिक से अधिक लोगों को नौकरियां देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पानी और गैस के लिए पाइपलाइन बिछाई जा रही है और स्कूल-विश्वविद्यालय खोले जा रहे हैं। विकास कार्य न केवल लोगों को सुविधाएं दे रहे हैं, बल्कि रोजगार के अवसर भी पैदा कर रहे हैं।
- 2567 पदों के सापेक्ष 8337 मुख्य अभ्यर्थी डीवी के लिए शार्टलिस्ट हुए
- UP Election Result: उत्तर प्रदेश उपचुनाव नतीजे
- NAT EXAM 2024 : नेट 2024 में कितने प्रश्न सही पर ग्रेड, देखें
- NAT 2024 हेतु प्रशिक्षण एवं अभिमुखीकरण
- Primary ka master: कोहरे के कारण हुए हादसे में शिक्षक की मौत, बाइक से जा रहे थे स्कूल, सामने से आए वाहन ने कुचला
प्रोत्साहन योजना का उल्लेख
रोजगार के अधिक अवसर सृजित करने के लिए सरकार के प्रयासों को रेखांकित करते हुए उन्होंने घरेलू विनिर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारी निवेश हो रहा है, जिससे रिकॉर्ड अवसरों का सृजन हो रहा है।
युपवाओं के लिए प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार की निगरानी में 1.5 लाख से अधिक स्टार्टअप शुरू किए गए हैं, जिसका उद्देश्य अगले पांच वर्षों में एक करोड़ से अधिक युवाओं को इसमें शामिल करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने लाखों युवाओं को स्थायी सरकारी नौकरी की पेशकश की है और बड़ी संख्या में उन राज्यों में भी नियुक्ति पत्र दिए गए हैं जहां भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों की सरकारें हैं।
भारत ने भारतीय युवाओं के लिए आव्रजन और रोजगार की सुविधा के लिए 21 देशों के साथ समझौते किए हैं। उन्होंने सरकारी अधिकारियों से कहा कि वे खुद को इस तरह से प्रस्तुत करें कि उन्हें दुनिया भर में एक उदाहरण के रूप में पेश किया जाए। रोजगार मेले का आयोजन देश भर के 40 स्थानों पर किया गया। चयनित अभ्यर्थियों को केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में नियुक्त किया जाएगा।
आयुर्वेद उत्कृष्टता केंद्र की डिजिटल शुरुआत
बेंगलुरु। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) में आयुष मंत्रालय द्वारा प्रायोजित मधुमेह और चयापचय विकारों के लिए आयुर्वेद उत्कृष्टता केंद्र (सीओई) की डिजिटल रूप से शुरुआत की।
खासियत
● आयुष्मान योजना में पुरानी बीमारियां भी कवर होती हैं
● अस्पताल में एडमिट होने से पहले व बाद के खर्च इसमें कवर होते हैं
● ट्रांसपोर्ट पर होने वाला खर्च इसमें कवर होता है
● सभी मेडिकल जांच, ऑपरेशन, इलाज जैसी चीजें शामिल
कौन बनवा सकता है आयुष्मान कार्ड
1. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले
2. अनुसूचित जाति या जनजाति
3. गरीबी रेखा के नीचे आने वाले
4. असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले
5. दिहाड़ी मजदूर और दिव्यांग
स्वास्थ्य क्षेत्र में नए अध्याय की शुरुआत
प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को कहा कि पिछले दशक में भारत ने आयुर्वेद के ज्ञान और आधुनिक चिकित्सा के एकीकरण से स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत देखी है। मोदी ने अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईआईए) में आयुर्वेद दिवस और धन्वंतरि की जयंती के अवसर पर कहा कि आज 150 से अधिक देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है। यह आयुर्वेद के प्रति बढ़ते आकर्षण और प्राचीन काल से विश्व को भारत के योगदान का प्रमाण है।