प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने बुधवार को स्टाफ नर्स आयुर्वेद (पुरुष/महिला) प्रारंभिक परीक्षा- 2023 का परिणाम घोषित कर दिया। स्टाफ नर्स के 180 पदों के मुकाबले कुल 97 अभ्यर्थियों को ही सफल घोषित किया गया है, जो मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। ऐसे में मुख्य परीक्षा में शामिल होने जा रहे अभ्यर्थियों के बीच अब कोई स्पर्धा नहीं रह गई है।

- बेसिक शिक्षा परिषद् के नियंत्रणधीन प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक में कार्यरत शिक्षकों के पारस्परिक अंतर्जनपदीय स्थानांतरण के फलस्वरूप पदोन्नति के सूचना के संबंध में
- अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरित शिक्षको को कार्यमुक्त किये जाने के सम्बन्ध में।
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने के सम्बन्ध में।
- अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण प्रक्रिया 2024-25 के फलस्वरूप अर्ह पाये गये शिक्षक एवं शिक्षिका को परस्पर उनके कार्यरत विद्यालय हेतु कार्यमुक्त एवं कार्यभार ग्रहण कराए जाने हेतु
- परिषद कार्यालय से मागे गये मार्गदर्शन के सम्बन्ध में निर्धारित प्रारुप पर सूचना उपलब्ध कराये जाने विषयक।
प्रारंभिक परीक्षा में शामिल केवल दो फीसदी अभ्यर्थियों को ही मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया है। स्टाफ नर्स आयुर्वेद प्रारंभिक परीक्षा आठ सितंबर 2024 को लखनऊ के 20 केंद्रों में आयोजित की गई थी। इसके लिए 9387 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 4248 अभ्यर्थी प्रारंभिक परीक्षा में शामिल हुए थे। आयोग ने बुधवार
को जो परिणाम घोषित किया, वह चौंकाने वाला है।
स्टाफ नर्स के 180 पदों में से महिला वर्ग के 162 पदों के मुकाबले 89 अभ्यर्थियों और पुरुष वर्ग के 18 पदों के मुकाबले आठ अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया है। आयोग के सचिव अशोक कुमार के अनुसार न्यूनतम अर्हता अंक धारित करने वाले अभ्यर्थियों को ही मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया है। इसका मतलब है कि प्रारंभिक परीक्षा में शामिल 98 फीसदी अभ्यर्थी न्यूनतम अर्हता अंक भी प्राप्त नहीं कर सके। सचिव के अनुसार परीक्षा परिणाम आयोग की वेबसाइट पर उपलब्ध है। परीक्षा का परिणाम उच्च न्यायालय में दाखिल विभन्नि याचिकाओं पर पारित किए जाने वाले अंतिम निर्णय के अधीन रहेगा।