गोंडा। परिषदीय स्कूलाें में नवनियुक्त शिक्षकों का वेतन आदेश नहीं जारी हो सका। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष विनय तिवारी ने कहा कि बीएसए ने आश्वासन दिया था और जिलाधिकारी ने भी निर्देश दिया था। इसके बाद भी वेतन आदेश जारी नहीं हो सका है।

जिला मंत्री उमाशंकर सिंह ने बताया कि जिला क्रीड़ा समिति की बैठक में भी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से चर्चा हुई थी। उन्होंने सत्यापन आ चुके 100 शिक्षकों के वेतन आदेश जारी कराए जाने का भरोसा दिया था। इसके बाद भी 25 अक्तूबर तक सूची जारी नहीं हुई। शासन की मंशा थी कि 30 अक्तूबर तक सभी शिक्षकों का वेतन एक साथ भुगतान हो जाए। जिलाध्यक्ष ने कहाकि विभाग की लापरवाही से 100 शिक्षकों को दीपावली पर मायूसी मिली है। उन्होंने बताया कि इस प्रकरण के बारे में शिक्षक एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह को जानकारी दी गई है। जिससे वह मुख्यमंत्री तक मामले को पहुुंचाएंगे।
- ग्रीष्मावकाश के परिप्रेक्ष्य में सचिव परिषद द्वारा दिनांक 13-06-25 को जारी पत्र के सम्बन्ध में
- मा.mlc साहब की अपील मा.मुख्यमंत्री जी से ग्रीष्मकाल का अवकाश 30 जून तक बढ़ाने का निर्देश देने का कष्ट करें ।
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- अंतः जनपदीय म्यूच्यूअल FAQ
जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि सत्यापन न होने से सौ शिक्षकों की वेतन प्रक्रिया बाधित हुई है। उप्र प्राथमिक शिक्षक संघ की शिकायत पर बेसिक शिक्षा अधिकारी से जवाब तलब किया गया है। उन्होंने बताया कि 50 लोगों का सत्यापन हो रहा है। इन सभी का तत्काल वेतन निर्गत करने का आदेश दिया गया है। कहां हीलाहवाली हुई इसकी जांच भी कराई जाएगी। बीएस अतुल तिवारी ने बताया कि प्रयास किया जा रहा है। जरूरी प्रक्रिया तय अवधि में पूर्ण की जाएगी।