लखनऊ। प्रदेश में राजकीय व अनुदानित कॉलेजों के शिक्षकों की कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम (कैस) के तहत पदोन्नति की प्रक्रिया अब समर्थ पोर्टल के माध्यम से होगी। इससे पहले महाविद्यालयों के प्राचार्य व शिक्षकों की लॉग इन आईडी तैयार कराकर उनका प्रशिक्षण कराया जाएगा। उच्च शिक्षा निदेशालय ने विस्तृत समय-सारिणी जारी कर दी है।
शिक्षा मंत्रालय की ओर से दिल्ली विश्वविद्यालय के सहयोग से समर्थ पोर्टल का विकास किया गया है। इस पर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों का डाटा अपलोड करने व आवश्यक सेवाओं को लाने की कवायद चल रही है। महाविद्यालयों के प्राचार्यों की लॉग इन आईडी आठ नवंबर तक बन जाएगी। 10 तक शिक्षक व शिक्षणेतर कर्मचारियों का डाटा तैयार होगा। 12 से 16 नवंबर तक ऑनलाइन ट्रेनिंग, 17 को महाविद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक व
शिक्षणेतर कर्मचारियों की लॉगइन आईडी देंगे। 22 नवंबर तक पूरा डाटा पोर्टल पर होगा।
- UP : सीएम योगी बोले- सिपाही भर्ती में भी 20 प्रतिशत महिलाकर्मियों की होगी भर्ती
- UP : योगी कैबिनेट ने महाकुंभ के लिए खोला खजाना, शराब होगी सस्ती, 23 प्रस्तावों पर लगी मुहर
- प्रदेश के गैर अनुदानित विद्यालयों को छोड़कर समस्त विद्यालयों में विद्यालय प्रबन्ध समिति (SMC) के गठन के सम्बन्ध में।
- Primary ka master: प्रधानाध्यापक की पिटाई कराने वाली शिक्षिका निलंबित
- Primary ka master: शिक्षिका के साथ ऐसी हरकत…दहशत में छोड़ दिया स्कूल में पढ़ाना
उच्च शिक्षा निदेशक ने सभी क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 24 नवंबर तक विश्वविद्यालय विषय विशेषज्ञ व कुलपति के नामित का नाम अपलोड करेंगे। डाटा सत्यापन प्राचार्य करेंगे। 25 से कैस के लिए आवेदन शुरू होंगे। बता दें कि प्रदेश के 176 राजकीय महाविद्यालयों में लगभग पांच हजार और 331 अनुदानित महाविद्यालयों में लगभग 10 हजार शिक्षक कार्यरत हैं। प्रोफेसर को छोड़कर अन्य शिक्षक इससे प्रभावित होंगे। लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने कहा कि यह व्यवस्था बेहतर है।