लखनऊ : चार दिसंबर को होने वाले परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण-2024 में प्रदेश के 9,715 सरकारी व निजी स्कूलों के 2.90 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे। परख परीक्षा में कक्षा तीन, छह व नौ के विद्यार्थियों को शामिल किया गया है। भाषा, गणित, विज्ञान व सामाजिक विज्ञान इत्यादि विषयों में उनकी समझ को आंका जाएगा। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद
(एनसीईआरटी) इस सर्वे की मदद से आगे पाठ्यक्रम में जरूरी संशोधन व नई योजनाएं बनाएगी।
- MDM : बृहस्पतिवार का विद्यालय अवकाश होने की स्थिति में आगामी कार्यदिवस में वितरण किया जायेगा..
- परिषदीय शिक्षक / शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के बोनस वर्ष 4 प्रतिशत, 3 प्रतिशत के संबंध में।
- जुनून: शिक्षामित्र से बने असिस्टेंट प्रोफेसर, फिर चढ़ा ऐसा जुनून कि बन गए DSP
- परिषदीय स्कूलों के बच्चे भी देखेंगे ऑनलाइन रिपोर्ट
- सरकार की नीति हाईकोर्ट ने अवैध ठहराई, शिक्षकों की तरफ से मुख्य पैरवी अमरीश तिवारी और हिमांशु राणा ने की
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) को प्रदेश में परख सर्वेक्षण कराने की जिम्मेदारी दी गई है। एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डा. पवन कुमार ने बताया कि सर्वे का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के आधारभूत, प्रारंभिक और मध्य स्तर पर छात्रों की दक्षताओं का मूल्यांकन,
विश्लेषण और संवर्धन करना है। सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के प्राचार्य व जिला विद्यालय निरीक्षकों को नोडल अधिकारी बनाया गया है। वहीं 10 हजार कक्ष निरीक्षक बनाए गए हैं। कक्ष निरीक्षकों में डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन के प्रशिक्षुओं, बीएड व एमएड प्रशिक्षुओं, कालेज के छात्र व सेवानिवृत्त शिक्षक आदि शामिल हैं। विद्यार्थी ओएमआर शीट पर परीक्षा देंगे। कक्षा तीन के
विद्यार्थियों को 90 मिनट में 45 सवालों का जवाब देना होगा। भाषा हमारे आसपास की दुनिया व गणित विषय के 15-15 सवालों के जवाब देने होंगे। कक्षा छह के विद्यार्थियों को 51 सवालों का जवाब 90 मिनट में देना होगा। भाषा के 15 प्रश्न और हमारे आसपास की दुनिया व गणित के 18-18 सवाल पूछे जाएंगे। कक्षा नौ के विद्यार्थियों को 120 मिनट में 60 सवालों का जवाब देना होगा।