प्रतापगढ़। छात्रवृत्ति का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों को कॉलेजों में बायोमीट्रिक हाजिरी लगानी होगी। नई व्यवस्था का पालन कराए जाने के लिए शासन ने समाज कल्याण विभाग को निर्देश जारी कर दिया है। कॉलेजों का नोडल अधिकारी प्राचार्य को बनाया गया है। उनका अंगूठा समाज कल्याण विभाग में लगवाया जा रहा है।
- 2567 पदों के सापेक्ष 8337 मुख्य अभ्यर्थी डीवी के लिए शार्टलिस्ट हुए
- UP Election Result: उत्तर प्रदेश उपचुनाव नतीजे
- NAT EXAM 2024 : नेट 2024 में कितने प्रश्न सही पर ग्रेड, देखें
- NAT 2024 हेतु प्रशिक्षण एवं अभिमुखीकरण
- Primary ka master: कोहरे के कारण हुए हादसे में शिक्षक की मौत, बाइक से जा रहे थे स्कूल, सामने से आए वाहन ने कुचला
इसके बाद वह विद्यार्थियों की बायोमीट्रिक हाजिरी कॉलेज में लगवाएंगे। डिग्री कॉलेजों में अभी तक बिना बायोमीट्रिक हाजिरी के ही छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिलती थी।
ऐसे में पता नहीं चल पाता था कि कितने विद्यार्थी कॉलेज में पढ़ रहे हैं।
कई कॉलेजों में फर्जी तरीके से दाखिला भी कराया जाता था और जांच करने के बाद ही पता चल पाता था। फर्जीवाड़ा रोकने के लिए कॉलेजों में बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने का आदेश शासन ने जारी कर दिया है।
इसकी जिम्मेदारी समाज कल्याण विभाग को दी गई है। जिला स्तर पर समाज कल्याण अधिकारी को नोडल बनाया गया है। कॉलेजों में नोडल अधिकारी की जिम्मेदारी प्राचार्य की होगी। बायोमीट्रिक हाजिरी लगाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी नागेंद्र मौर्य ने बताया कि 70 फीसदी बायोमीट्रिक हाजिरी पर ही छात्रवृत्ति का लाभ विद्यार्थियों को मिलेगा