छात्रों के जबरदस्त विरोध के बीच उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने मंगलवार रात फिर से दोहराया है कि पीसीएस 2024 और आरओ/एआरओ 2023 की प्रारंभिक परीक्षाएं अपने नियत समय पर ही होगी। सचिव अशोक कुमार ने अभ्यर्थियों से अपील की है कि जाकर अपनी तैयारी करें। आयोग शुचिता व गुणधर्मिता के साथ नियत दिन व समय पर परीक्षा कराने के लिए तैयार वह दृढ़ संकल्प है।
इससे पहले आयोग ने सफाई भी दी। आयोग के सचिव अशोक कुमार ने कहा कि मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) की पूरी व्यवस्था में न्यूनतम मानवीय हस्तक्षेप सुनिश्चित किया जा रहा है। सबकुछ कंप्यूटर से होना है। तकनीक का उपयोग कर व्यवस्था को सरल और पारदर्शी बनाया गया है। मूल्यांकन में रोल नंबर को फेक नंबर में परिवर्तित कर मानकीकरण की प्रक्रिया की जाएगी, जिससे किसी अभ्यर्थी का रोल नंबर मालूम नहीं चलेगा एवं मूल्यांकन प्रक्रिया पूर्ण रुप से पारदर्शी होगी।
क्या है मानकीकरण, कैसे लागू करेगा आयोग आयोग का कहना है कि एक विज्ञापन के सापेक्ष एकाधिक दिवसों पालियों में परीक्षा कराये जाने की स्थिति में मूल्यांकन के लिए भारत सरकार के पूर्व मुख्य सांख्यिकीविद की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया जिसके द्वारा दो या अधिक दिवसों के प्रश्न पत्रों के समान एवं तार्किक मूल्यांकन के लिए परसेंटाइल फार्मूला अपनाने की अनुशंसा की गयी है। एक से अधिक दिवसों एवं पालियों में परीक्षा होने की स्थिति में पूर्व से कैट, जेईई की प्रवेश परीक्षा, नीट इत्यादि में एनटीईए जैसी राष्ट्रीय संस्था, पुलिस भर्ती बोर्ड, कर्मचारी चयन आयोग, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग, हरियाणा, केरल आदि राज्यों के लोक सेवा आयोग द्वारा मूल्यांकन के लिए मानकीकरण की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। परसेंटाइल फार्मूला प्रक्रिया के अनुसार दोनों शिफ्ट के दोनों प्रश्न पत्रों में अधिकतम प्राप्तांक को 100 परसेंटाइल मानते हुए अवशेष सभी अभ्यर्थियों के तुलनात्मक परसेंटाइल स्कोर निकाले जायेंगे जिसके आधार पर मेरिट तैयार की जायेगी ।
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साढ़े छह साल में 46675 अभ्यर्थियों का किया चयन
आयोग की ओर से कहा गया है कि अप्रैल 2017 से नवंबर 2024 तक आयोग ने शुचितापूर्ण तरीके से 67934 पदों की चयन प्रक्रिया पूरी है। इसमें 46675 अभ्यर्थी चयनित हुए। सचिव ने बताया कि आयोग ने गलत प्रश्न उत्तर का निर्माण करने पर 186 विशेषज्ञों को सभी गोपनीय कार्यों से सदैव के लिए डिबार किया है। गोपनीय कार्य सही से सम्पन्न न करने के कारण वर्ष 2024 में 44 विशेषज्ञों को डिबार किया गया।
अभ्यर्थियों से मानकीकरण पर आयोग ने मांगे सुझाव
आयोग अभ्यर्थियों की तरफ से मानकीकरण के सम्बन्ध में प्रेषित समस्त सार्थक सुझावों का स्वागत करेगा एवं उसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के समक्ष प्रस्तुत करेगा। विशेषज्ञों द्वारा सुझावों को औचित्यपूर्ण पाए जाने की स्थिति में आयोग इन्हें अपनी प्रक्रिया में शामिल करने पर विचार करेगा।अगर अभ्यर्थियों के कोई सुझाव हैं तो वे ई-मेल [email protected] पर प्रेषित कर सकते हैं।