लखनऊ। प्राथमिक विद्यालय सालेहनगर के बच्चों की पढ़ाई अब नहीं प्रभावित होगी। यहां की इकलौती शिक्षिका नीना कुमार प्रतिनियुक्ति पर उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में नहीं जा पाएंगी। बेसिक शिक्षा परिषद प्रतिनियुक्ति के लिए जारी एनओसी को रद्द करवाए गा। विद्यालय में करीब 100 बच्चे पढ़ते हैं। सिफारिश के जरिये पसंदीदा जगह पर प्रतिनियुक्ति पर जाने के इस खेल को अमर उजाला ने सोमवार को उजागर किया था। खबर प्रकाशित होने के बाद बेसिक शिक्षा निदेशालय हरकत में आया। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव
सुरेंद्र तिवारी का कहना है कि शिक्षिका की तैनाती विद्यालय में ही रहेगी। विद्यालय की स्थिति से शासन को अवगत भी कराया जाएगा। शिक्षिका की प्रतिनियुक्ति की चल रही प्रक्रिया जल्द से जल्द निरस्त कराई जाएगी।
- जनपद में ऑडिट के संबंध में , आदेश जारी
- जिले में कार्यरत रसोइयों से एमडीएम से सम्बन्धित कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्य न लिए जाने के संबंध में।
- फ्लैट में घुसकर शिक्षिका और उसके पति पर हमला, शिक्षक गिरफ्तार
- निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 एवं उत्तर प्रदेश आधनियम-2009 निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार नियमावली-2011 के के अन्तर्गत प्रदेश के गैर अनुदानित विद्यालयों को छोड़कर समस्त विद्यालयों में प्रबन्ध समिति पुर्नगठन के सम्बन्ध में
- परिषदीय विद्यालयों की 1.25 लाख छात्राएं होंगी वित्तीय साक्षर
यह है मामला
शिक्षिका नीना कुमार पिछले तीन वर्षों तक नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान में प्रतिनियुक्ति पर तैनात रहीं। इस दौरान सालेहनगर का प्राथमिक विद्यालय संबद्ध शिक्षक के सहारे चलता रहा। प्राणि उद्यान में प्रतिनियुक्ति का समय पूरा होते ही उन्होंने उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में प्रतिनियुक्ति पर जाने की कोशिशें शुरू कर दीं। यही नहीं, अपर मुख्य सचिव वन रहे मनोज सिंह ने बेसिक शिक्षा निदेशक को। इसके लिए सिफारिशी पत्र भी लिख दिया। मनोज सिंह के पत्र के बाद प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी। नीना के पति राजीव कुमार अपर मुख्य सचिव वन रहे मनोज सिंह के निजी सचिव थे।