लखनऊ :
परिषदीय प्री-प्राइमरी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों को घर में बच्चों से अच्छा व्यवहार करने व सकारात्मक माहौल बनाए रखने के तौर-तरीके बताए जाएंगे। अभिभावकों का सक्रिय सहयोग लेकर विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ नैतिकता का भी पाठ पढ़ाया जाएगा। घर पर अभिभावक उनकी किस तरह देखभाल करें, इसके लिए माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। बचपन से ही बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने के लिए प्रेरित
किया जाएगा। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। बच्चे घर में ज्यादा समय अपनी माता के साथ ही
के साथ अच्छे व खराब का अंतर समझाएं।

- तैयारी : प्रीपेड मीटर वालों को बिजली दरों में दो फीसदी छूट
- तबादलों पर रार दो आईएएस हटे: अब तक हुए सभी तबादले रद, जांच के आदेश
- मानसून की दस्तक,प्रदेश के कई इलाकों में हुई झमाझम बारिश
- अतिथि प्राध्यापकों को 25 की जगह 30 हजार मिलेंगे
- निदेशक की वार्ता पर शिक्षकों का धरना स्थगित
उन्हें पूरा समय दें और खेल में उनके साथ हिस्सा लें, मोबाइल व टीवी का नियंत्रित उपयोग करने दें और दिनचर्या को सही बनाया जाए। सभी स्कूलों में माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम इसी महीने आयोजित किया जाएगा। वहीं अभिभावक-शिक्षक बैठक में बच्चों के पिता आमंत्रित किए जाएंगे और उन्हें भी जिम्मेदारी दी जाएगी। दरअसल सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे तमाम बच्चों के अभिभावक उन्हें विद्यालय से दिया गया गहकार्य तक परा नहीं कराते