लखनऊ :
परिषदीय प्री-प्राइमरी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों के अभिभावकों को घर में बच्चों से अच्छा व्यवहार करने व सकारात्मक माहौल बनाए रखने के तौर-तरीके बताए जाएंगे। अभिभावकों का सक्रिय सहयोग लेकर विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ-साथ नैतिकता का भी पाठ पढ़ाया जाएगा। घर पर अभिभावक उनकी किस तरह देखभाल करें, इसके लिए माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। बचपन से ही बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने के लिए प्रेरित
किया जाएगा। स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम के लिए गाइडलाइन जारी की गई है। बच्चे घर में ज्यादा समय अपनी माता के साथ ही
के साथ अच्छे व खराब का अंतर समझाएं।
- जनपद में ऑडिट के संबंध में , आदेश जारी
- जिले में कार्यरत रसोइयों से एमडीएम से सम्बन्धित कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्य न लिए जाने के संबंध में।
- फ्लैट में घुसकर शिक्षिका और उसके पति पर हमला, शिक्षक गिरफ्तार
- निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 एवं उत्तर प्रदेश आधनियम-2009 निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार नियमावली-2011 के के अन्तर्गत प्रदेश के गैर अनुदानित विद्यालयों को छोड़कर समस्त विद्यालयों में प्रबन्ध समिति पुर्नगठन के सम्बन्ध में
- परिषदीय विद्यालयों की 1.25 लाख छात्राएं होंगी वित्तीय साक्षर
उन्हें पूरा समय दें और खेल में उनके साथ हिस्सा लें, मोबाइल व टीवी का नियंत्रित उपयोग करने दें और दिनचर्या को सही बनाया जाए। सभी स्कूलों में माता उन्मुखीकरण कार्यक्रम इसी महीने आयोजित किया जाएगा। वहीं अभिभावक-शिक्षक बैठक में बच्चों के पिता आमंत्रित किए जाएंगे और उन्हें भी जिम्मेदारी दी जाएगी। दरअसल सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे तमाम बच्चों के अभिभावक उन्हें विद्यालय से दिया गया गहकार्य तक परा नहीं कराते