प्रयागराज। मैं सीबीआई अधिकारी बोल रहा हूं… तुम्हारा बेटा कई अपराधियों के साथ पकड़ा गया है। पांच मिनट में छह लाख रुपये भेजो नहीं तो उसे 25 साल के लिए जेल भेजना पड़ेगा। यह सुनकर सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य यूसुफा नफीस ने ठग को 5.95 लाख रुपये भेज दिए। मामले में साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।
साइबर ठगाँ का जाल
करेली के जीटीबी नगर में यूसुफा नफीस (66) परिवार के साथ रहती हैं। वह खुल्दाबाद के एक गर्ल्स डिग्री कॉलेज से सेवानिवृत्त हैं। उन्होंने साइबर पुलिस को बताया कि उनके पास आठ नवंबर की सुबह करीब 11 बजे एक अंजान नंबर से फोन आया।
फोन करने वाले ने कहा कि तुम्हारा बेटा कई अपराधियों के साथ पकड़ा गया है। बेटे से बात कराने के लिए कहा गया तो रोने की आवाज आई। इसके बाद परमेश्वर भुयिमा नाम के व्यक्ति का मोबाइल नंबर दिया गया। इसमें गूगल-पे के माध्यम से 95 हजार रुपये भेज दिए।
थोड़ी देर बाद नए नंबर से फोन आया और कहा कि बेटे को जेल भेज रहे हैं, और रुपयों की व्यवस्था करो।
जबलपुर के केनरा बैंक में जमा कराए रुपये
पीड़िता ने मीरापुर स्थित पंजाब नेशनल बैंक के अपने खाते से पांच लाख रुपये केनरा बैंक, जवलपुर, मध्य प्रदेश में करन बरमन के नाम के खाते में आरटीजीएस कर दिए। इस तरह ठगों को कुल 5.95 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद और रुपयों की डिमांड होने लगी। बेटे को दिखाने की बात कही गई तो कई नंबरों से फोन आने लगे। सभी रुपयों की मांग कर रहे थे।
ऐसे हुआ ठगी का खुलासा
पीड़िता ने पुलिस को बताया कि छोटा बेटा दिल्ली और बड़ा बेटा दुबई में रहता है। आरोपियों को रुपये देने के बाद जब बड़े बेटे को फोन किया। उसने कहा कि उसके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ है तुरंत छोटे भाई को फोन कर इसके बारे में पूछो। इसके बाद छोटे बेटे को फोन लगाया तो उसने कहा कि उसके साथ भी ऐसा कुछ नहीं हुआ है। वह बिलकुल ठीक है। इसके बाद ठगी की जानकारी हुई।