उरई। पढ़ाई लिखाई में रुचि न लेने और शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार न होने पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया। स्टाफ की वेतन वृद्धि रोककर स्पष्टीकरण मांगा है। शिक्षामित्र का मानदेय अग्रिम आदेशों तक रोक दिया है।
बीएसए चंद्रप्रकाश ने मंगलवार की सुबह 10 बजे महेबा ब्लॉक के कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय पिथऊपुर का निरीक्षण किया। शिक्षण के दौरान पंजीकृत 77 बच्चों के सापेक्ष केवल 10 बच्चे स्कूल में मौजूद थे। प्रधानाध्यापक रामनरेश त्रिपाठी, शिक्षक शिरोमणि सिंह, ब्रजेश सिंह, रामनरेश वर्मा, प्रदीप गौतम एवं शिक्षामित्र रामेंद्र सिंह बच्चों को पढ़ाने की बजाय स्कूल मैदान में बतियाते मिले। जबकि शिक्षक ब्रजेश कुमार गैरहाजिर थे।
खेलकूद सामग्री का बिल तो दिखा दिया गया लेकिन सामान नहीं दिखा। शिक्षक अभिभावक समिति की बैठकों के बारे में सही जानकारी नहीं मिली। बीएसए ने लापरवाही पर स्टाफ की कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने प्रधानाध्यापक रामनरेश त्रिपाठी को निलंबित कर दिया। शिक्षक शिरोमणि सिंह, ब्रजेश सिंह, रामनरेश वर्मा, प्रदीप गौतम और ब्रजेश कुमार की एक एक वार्षिक वेतनवृद्धि रोकी गई है। शिक्षामित्र रामेंद्र सिंह का अगि्रम आदेशों तक मानदेय रोककर सभी से स्पष्टीकरण मांगा है।