विदेश में नौकरियों के अनुरूप युवाओं को किया जाएगा प्रशिक्षित
लखनऊ। रोजगार मिशन के तहत यूपी सरकार ने युवाओं के लिए बड़ी पहल की है। श्रम व सेवायोजन विभाग युवाओं को विदेश में नौकरी दिलाने के लिए काम कर रहा है। इसके लिए डाटा तैयार किया जा रहा है। दूसरे देशों की मांग के अनुरूप वर्कफोर्स तैयार की जाएगी।
इस रणनीति के तहत सालाना एक लाख युवाओं को विदेश में नौकरी के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए 10 करोड़ का बजट मिल चुका है। जल्द ही रूपरेखा जारी की जाएगी।
विदेश में युवाओं को रोजगार दिलाने के लिए सोसाइटी का पंजीकरण किया जाएगा। दुनिया के जिन देशों में वैकेंसी है उसका डाटा
तैयार किया जा रहा है। विभाग के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक पूरी दुनिया में बड़ी संख्या में नौकरियां हैं। तमाम ऐसे देश हैं जहां आबादी कम है या काम के अनुसार लोग नहीं हैं। यूरोप में लाखों नौकरियां खाली हैं, जहां भारतीयों के लिए अपार अवसर हैं।
सूत्रों के मुताबिक उन देशों की भाषा, कामकाज के तरीके और मांग के अनुरूप भारतीय युवाओं को तैयार किया जाएगा। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षित करने और पढ़ाई के लिए संस्थानों से संपर्क किया गया है। इन संस्थानों में वर्कफोर्स तैयार की जाएगी, फिर इन्हें बाहर भेजा जाएगा.
प्रशिक्षण से नौकरी दिलाने तक का जिम्मा
मिशन के तहत यूपी सरकार सालाना एक लाख युवाओं को विदेश में नौकरी के लिए तैयार करेगी। उन्हें सिर्फ प्रशिक्षित ही नहीं किया जाएगा, बल्कि वैकेंसी पता करने से लेकर जॉब दिलवाने तक का जिम्मा उठाया जाएगा। कोई अंतरराष्ट्रीय कंपनी भारत आकर प्लेसमेंट नहीं करेगी, बल्कि यहां से रोजगार मिशन के तहत खुद संपर्क किया जाएगा। सूत्र ने बताया कि प्रदेश में युवाओं को लेकर सरकार बेहद गंभीर है। सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, हस्तशिल्प, हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में विदेश में रोजगार के अपार अवसर हैं। उनके मुताबिक इस्त्राइल में प्रदेश के युवाओं की भारी मांग से नया रास्ता खुला है। इस्राइल जैसे देश के दोबारा आने से साफ हो गया कि यहां की वर्कफोर्स में काबिलियत है।