शाहजहांपुर। खाते में ड्रेस के रुपये आने के बावजूद पूरी यूनिफार्म में न आने वाले परिषदीय स्कूलों के बच्चों के अभिभावकों को कोटे की दुकानों से निशुल्क मिलने वाला राशन नहीं मिलेगा। इसको लेकर सीडीओ ने निर्देश जारी किए हैं।
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- निपुण भारत मिशन के उद्देश्यों के अनुरूप समस्त प्राथमिक एवं कम्पोजिट विद्यालयों के प्रधानाध्यापक / ई०प्रधानाध्यापकों हेतु एक दिवसीय प्रशिक्षण दिनांक 23.12.2024 के आयोजन के सम्बन्ध में।
- LLF संस्था द्वारा जनपद के संकुल शिक्षकों का विकास खण्ड स्तर पर 02 दिवसीय प्रशिक्षण के आयोजन के सम्बन्ध में।
जिले में करीब 2800 स्कूलों में साढ़े तीन लाख बच्चे पढ़ रहे हैं। शासन ने उनकी ड्रेस के लिए 1200 रुपये डीबीटी के माध्यम से अभिभावकों के खातों में भेज दिए हैं। इसके बाद भी अभिभावकों ने बच्चों के लिए सर्दी में स्वेटर, मोजा और जूता नहीं खरीदे हैं। सर्दी में बच्चे ठिठुर रहे हैं।
सीडीओ डॉ. अपराजिता सिंह ने पहले भी कई स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षकों और प्रधानाचार्याें को निर्देश दिए थे कि इस संबंध में बच्चों के अभिभावकों से बात करें। इसके बाद भी बच्चे बिना ड्रेस के ही स्कूल में आ रहे हैं।
सीडीओ ने निर्देश दिए कि अगर एक सप्ताह के बाद कोई भी बच्चा पूरी ड्रेस में नहीं आए तो उनके अभिभावकों की सूची बनाकर संबंधित कोटेदार को दे दी जाए। इन परिवारों को निशुल्क राशन का लाभ देने से रोका जाएगा।