बुलंदशहर। जनपद में साइबर ठगों का आतंक दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। वहीं, अब शातिरों ने एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक को साइबर अरेस्ट कर 2.21 लाख रुपये की ठगी कर ली। पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उन्हें लखनऊ का एक पुलिस अधिकारी बनकर ठगी की है। शिकायत पर देहात कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली देहात में गांव काजीपुरा निवासी पीड़ित युवक ने तहरीर देकर बताया कि वह बेसिक शिक्षा परिषद में बतौर शिक्षक कार्यरत है। गत 9 नवंबर को उनके मोबाइल पर एक अंजान नंबर से कॉल आई, जिसमें कॉलकर्ता ने खुद को लखनऊ साइबर टीम का पुलिस अधिकारी बताते हुए उस पर अश्लील वीडियो देखने का आरोप लगाया। उसे जेल भेजने की धमकी दी गई और केस में माफीनामे और जुर्माने के नाम पर 78 हजार रुपये की मांग की गई। पीड़ित का कहना कि उसने डर कर 10 हजार रुपये भेज दिए। इसके बाद फिर से उनके पास दूसरे नंबर से कॉल आई, जिसमें फोनकर्ता ने खुद को डीआईजी लखनऊ बताते हुए उस पर पूरे रुपये न देने पर 10 मिनट में पुलिस को भेजकर गिरफ्तार कराने की धमकी दी। पीड़ित ने आरोपियों द्वारा दिए गए बार कोड पर 68 हजार रुपये भेज दिए। इसके बाद उनके द्वारा देखे गए वीडियो डिलीट करने के नाम पर 21 हजार रुपये वसूल लिए गए। 10 नवंबर को उनके पास फिर से फोन आया। इसमें केस खत्म करने के लिए 70 हजार रुपये की मांग की गई। पीड़ित ने 70 हजार रुपये आरोपियों को ऑनलाइन भेज दिए। 11 नवंबर को एक अन्य ठग ने फोन कर सुप्रीम कोर्ट के जज का असिस्टेंट बताते हुए कहा कि उसके केस की फाइल कोर्ट में आ गई है। 52 हजार रुपये देने पर केस खत्म कर दिया जाएगा। पीड़ित ने 52 हजार रुपये भी ट्रांसफर कर दिए। पीड़ित के अनुसार बाद में उसे ठगे जाने का पता चला, तब तक पीड़ित से कुल 2.21 लाख रुपये ठग लिए गए थे। देहात पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसपी सिटी ने बताया कि साइबर टीम की मदद से आरोपियों का पता लगाने की कार्रवाई की जा रही है।