लखनऊ। उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (चंदेल गुट) का धरना मंगलवार को विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार से वार्ता के बाद स्थगित हो गया। वार्ता में अपर मुख्य सचिव ने आश्वासन दिया कि वर्ष 2000 तक के तदर्थ शिक्षकों को विनियमित करने की प्रक्रिया कर रहे हैं। यह देख रहे हैं कि कहां कौन शिक्षक छूट गए हैं। इससे पहले के शिक्षकों के बारे में स्थिति स्पष्ट नहीं है।

- शैक्षिक सत्र 2024-25 में बेसिक शिक्षा परिषद के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक/शिक्षिका के अन्तर्जनपदीय एवं अन्तः जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में
- 413 शिक्षकों को मिलेगा जिले से बाहर स्थानांतरण का मौका
- छात्रों व शिक्षकों में मारपीट, दो शिक्षक व तीन छात्र निलंबित
- पी.टी.एम. बैठक अप्रैल – 2025
- चयन वेतनमान में प्रथम नियुक्ति कैडर दर्ज न होने से शिक्षक परेशान
वहीं पुरानी पेंशन बहाली पर उन्होंने इसे केंद्र का मामला बताया। प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने बताया कि अपर मुख्य सचिव ने शिक्षकों के बकाया एरियर की समीक्षा
करके भुगतान करने की बात कही है। वहीं शिक्षकों के अकारण निलंबन के मामले में धारा 21 और धारा 18 को शिक्षा सेवा चयन आयोग में शामिल कराने व जीपीएफ का पैसा जमा नहीं होने का कारण जानने की बात कही।
प्रतिनिधिमंडल में एमएलसी राजबहादुर चंदेल, प्रदेश महामंत्री अनिरूद्ध त्रिपाठी शामिल थे। इससे पहले आज भी लखनऊ, इलाहाबाद, बरेली मंडल, कानपुर, चित्रकूट मंडल के शिक्षक रॉयल होटल परिसर में एकत्र हुए और धरना दिया।