लखनऊ।
पॉलिटेक्निक के सजको क अनुदानित व निजी फार्मेसी संस्थानों के लिए प्रवेश काउंसिलिंग 11 दिसंबर से शुरू होगी। समय कम होने से मुख्य काउंसिलिंग तीन चरणों में 30 दिसंबर तक होगी। एक अतिरिक्त चरण जनवरी में भी होगा। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद (जीकप) ने काउंसिलिंग का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है।
फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) की ओर से फार्मेसी कॉलेजों को संबद्धता देर से दी जा रही है। इससे पॉलिटेक्निक संस्थानों में डीफार्मा की प्रवेश प्रक्रिया काफी पिछड़ी है। पूर्व में भी काउंसिलिंग का कार्यक्रम जारी हुआ था, लेकिन मामला हाईकोर्ट में चले जाने से काउंसिलिंग रोकनी पड़ी थी।
नए काउंसिलिंग कार्यक्रम के अनुसार पहले चरण के लिए प्रदेश के अभ्यर्थियों की च्वॉइस फिलिंग 11 व 12 दिसंबर को, सीट अलॉटमेंट 13 दिसंबर को, ऑनलाइन फीस जमा और कागजातों का सत्यापन 14 से 16 दिसंबर व सीट विड्रा 16 दिसंबर को किया जा सकेगा। दूसरे चरण में च्वॉइस फिलिंग 17 व 18 दिसंबर और सीट अलॉटमेंट 19 दिसंबर को होगा।
मुख्य काउंसिलिंग तीन चरणों में दिसंबर में होगी पूरी
दूसरे चरण की फीस व डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन 20 व 21 दिसंबर को और सीट विड्रा 21 दिसंबर को होगा। तीसरे चरण में च्वॉइस फिलिंग 22 व 23 दिसंबर को, सीट अलॉटमेंट 24 को, शुल्क जमा व कागजातों का सत्यापन 26 व 27 दिसंबर को होगा। पहले से तीसरे चरण के अभ्यर्थियों का सीट बिड्रा 28 दिसंबर तक हो सकेगा। इन अभ्यर्थियों की कक्षाएं 30 दिसंबर से शुरू होंगी।
तीन चरणों में प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों को 28 दिसंबर तक कॉलेज में अनिवार्य रूप से उपस्थिति देनी होगी। जीकप के अनुसार इन तीन चरणों में अभ्यर्थियों की सीट खुद फ्रीज हो जाएगी। मुख्य काउंसिलिंग के अभ्यर्थियों को सीट आवंटन के बाद 3250 रुपये सीट कन्फर्मेशन शुल्क देना होगा। अगर किसी कॉलेज की ओर से ज्यादा शुल्क मांगने का मामला संज्ञान में आता है तो उसकी सीट कटौती की जाएगी। संबद्धता भी खत्म की जा सकती है। ब्यूरो