_डिजिलॉकर में जमा होंगे धारकों के पेंशन भुगतान आदेश_
सेवानिवृत्त सरकारी कर्मी समेत सरकारी पेंशन पाने वालों को अब पेंशन भुगतान आदेश के कट-फट जाने अथवा खो जाने के संकट से निजात्त मिल जाएगी।
सभी पेंशन धारकों का पेंशन भुगतान आदेश डिजिलॉकर पर सुरक्षित रहेगा। डिजिटलीकरण की राह पर चल रहे वित्त विभाग ने नवाचार के तहत पेंशन भुगतान आदेश के इलेक्ट्रॉनिक भंडारण के लिए डिजिलॉकर की सेवा का उपयोग किया जाएगा। चरणबद्ध ढंग से लागू होने वाली इस योजना में एक जुलाई 2025 से ई-पेंशन पोर्टल से निर्गत सभी पेंशन भुगतान आदेश डिजिलॉकर पर उपलब्ध कराए जाएंगे।
पेंशनर्स की सहूलियत के लिए शासन और वित्त विभाग की और से तमाम सहुलियतों की घोषणा की गई है, जिसके तहत पेंशन की प्रक्रिया और व्यवस्था को डिजिटिलाइज्ड किया जा रहा है। इसके लिए ई-पेंशन पोर्टल शुरू किया गया है और अब डाक घर के माध्यम से घर बैठे जीवित होने का प्रमाण भी जारी कराया जा रहा है। पेंशन भुगतान आदेश के कट-फट जाने, खो जाने अथवा मूल प्रति के गंदे होने के चलते अस्पष्ट होने तथा पेंशनर्स की मौत के बाद पेंशन भुगतान आदेश की अनुपलब्धता के कारण पारिवारिक पेंशनर्स को होने वाली कठिनाई के मद्देनजर राज्य सरकार की एकीकृत प्रणाली वित्तीय प्रबंधन (आईएफएमएस)
को इलेक्ट्रनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी विभग के डिजिलॉकर से एकीकृत किए जाने का निर्णय लिया गया है। योजना को दो चरणों में एक दिसंबर 25 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। संबंधित जानकारी को अद्यतन करने की कार्रवाई के लिए अप्रैल माह के बाद सभी कोषागारों में विशेष अभियान चलाया जाएगा ।
बनेगी हेल्प डेस्क, जागरूकता के लिए ऑडियो-वीडियो
यौजना की परवान चढ़ाने व पैशनरों को जागरूक करने के लिए आईएफएमएस के अलावा सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म का इस्तेमाल किया जाएगा तथा इसपर ऑडियो-वीडियो अपलोड किया जाएगा, जिरासे पेंशनर्स अपने पैशन भुगतान आदेशों को डिजिलॉकर से पुर्नप्राप्ति में सहायता मिल सके तथा कोई समस्या अथवा शिकायत होने पर पेंशनर्स सीधे इन प्लेटफार्मों पर संपर्क कर सकेंगे। साथ ही निदेशालय में हेल्पडेस्क के माध्यम से टेलीफोनिक सहायता के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा।
• पेशन प्रक्रिया में डिजिलीकरण का कार्य चल रहा है। कार्यालय में सारा कार्य डिजिटल रूप में हीं शुरू कराया गया है। पेंशन भुगतान आदेशों के डिजिलॉकर पर इलेक्ट्रानिक भंडारण तथा पुनर्प्राप्ति के लिए निदेशालय के आदेश पर चरणबद्ध योजना शुरू हुई है। विभाग की कोशिश पेंशनर्स को समस्या से निजात दिलाने तथा संबंधित कागजात को डिजिटल प्रारूप में उपलब्ध कराने की है।
गजेंद्र सिंह, अपर निदेशक कोषागार एवं पेंशन
नवंबर 25 तक डिजिलॉकर पर अपलोड कराए जाएंगे 1971 तक के आदेश
पेंशन की प्रक्रिया और भुगतान को पूर्णतया डिजिटल प्लेटफार्म पर लाने के लिए दूसरे चरण में एक दिसंबर 2025 तक वर्ष 1971 से जारी अब तक के पैशन भुगतान आदेश का डाटा बेस तैयार कर सभी मैनुअली निर्गत पेंशन भुगतान आदेश को डिजिलॉकर पर अपलोड किया जाएगा। जो पेंशन प्रक्रिया में पेंशन सत्याधन रिपोर्ट के रूप में उपलब्ध होगा। शासन की ओर से भेजे गए आदेश में कहा गया है कि पेंशन भुगतान आदेशों को डिजिलॉकर पर अपलोड करने के पहले मुख्य/वरिष्ठ कोषधिकारी विशेष अभियान और शिविर आयोजित करेंगे तथा उपलब्ध पेंशनर्स और उनके जीवनसाथी के संयुक्त्त फोटोग्राफ के गंदे अथवा अस्पष्ट होने पर नवीन संयुक्त्त फोटोग्राफ हासिल करेंगे और डिजिलॉकर को भेजने के लिए आईएफएमएस में अपलोड कराएंगे